21वीं सदी के कौशलों से परिचित हों आचार्य : डॉ. सूर्य प्रकाश
नैनीताल, 23 मई (हि.स.)। नैनीताल के पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार के विद्या भारती, उत्तराखंड के नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग में जनशिक्षा समिति के चयनित 28 आचार्य नवीन विधाओं से परिचित हो रहे हैं।
इस सपताह भर के शिविर में गुरुवार को वंदना सत्र में विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. सूर्य प्रकाश ने नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत 21वीं सदी के कौशल पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में प्रत्येक शिक्षक को 21वीं सदी के सभी कौशलों से परिचित होना चाहिए, जिससे शिक्षक कक्षा में बच्चों की रुचियों के अनुसार और उसके भावनाओं व कौशलों के अनुसार शिक्षण कर सकें और बच्चों के अंदर की क्षमताओं का विकास करने में उपयोगी सिद्ध हों। डॉ. सूर्य प्रकाश ने कहा कि 21वीं सदी के कौशल सभी आचार्यों के लिए शिक्षण की एक नई तकनीक है। जिनका सभी आचार्यों को गहराई से अध्ययन करना चाहिए एवं इनका प्रयोग छात्रों को सीखने व सिखाने में करना चाहिए।
इस प्रशिक्षण वर्ग में मुख्य रूप से सह प्रदेश निरीक्षक जन शिक्षा समिति ईश्वरी, नैनीताल सम्भाग के निरीक्षक मंगत राम, अल्मोड़ा के आलम, दीवान, रामध्यान, केतन व विद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ, माधव प्रसाद त्रिपाठी एवं तकनीकी विभाग में राहुल एवं जितेंद्र उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. नवीन जोशी/रामानुज