ये जांच नहीं, जांच घोटाला है, घोटालों की जांच का घोटाला : डॉ कैलाश पांडेय

 


हल्द्वानी, 22 सितंबर (हि.स.)। उत्तराखंड के डीजीपी ने घोषणा की है कि भर्ती घोटाले की जांच पूरी हो चुकी है और सारे आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं. लेकिन घोटालों की जांच में घोटालेबाजों के राजनीतिक आका और आकाओं को भी संरक्षण देने वाले कहां हैं? इसका जवाब उत्तराखंड के डीजीपी के पास नहीं है। असल में यह जांच नहीं, जांच घोटाला है, घोटालों की जांच का घोटाला। यह बात भाकपा माले के जिला सचिव डॉ कैलाश पांडेय ने कही।

माले नेता ने कहा कि, पुलिस को जितनी जांच करनी थी, कर चुकी. राजनीतिक आकाओं की जांच करना पुलिस के बूते की बात नहीं। इसके आगे की जांच अब कोई ऐसी एजेंसी कर सकती है, जो राज्य के राजनीतिक आकाओं के दबाव में न हो। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच ही है, जिसकी आंच राजनीतिक आकाओं तक पहुंच सकती है। इसलिये उत्तराखंड राज्य में हुई भर्तियों के घोटाले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच करायी जाये।

हिन्दुस्थान समाचार/अनुपम गुप्ता