प्रदेश के 38 विधायक गैरसैंण विरोधी, आप नेता रविंद्र ने फोड़ा लेटर बम

 


देहरादून, 27 अप्रैल (हि.स.)। आम आदमी पार्टी नेता एवं मंडी समिति देहरादून के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह आनंद ने प्रदेश के 38 विधायक गैरसैंण विरोधी हैं।

पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह आनंद ने शनिवार को प्रेस क्लब में एक लेटर बम फोड़ा। उन्होंने कहा कि 26 फरवरी 2024 को देहरादून में हुए विधानसभा सत्र जो गैरसैंण में प्रस्तावित था। इसको गैरसेंण में न कराए जाने के लिए 38 विधायकों का समर्थन था। इसमें कांग्रेस, निर्दली और भाजपा के विधायक भी शामिल थे। रविंद्र के अनुसार 14 विधायकों के नाम इस सूची से छिपाए जा रहे हैं। उनका मानना है कि इन नामों में वरिष्ठ मंत्री और मुख्यमंत्री भी हो सकते हैं। जिन 24 नामों का उन्होंने खुलासा किया है, उनमें कांग्रेस के सुमित हृदयेश, तिलकराज बेहड़, निर्दलीय उमेश कुमार का नाम भी शामिल हैं। इसी कड़ी में भोपाल राम टम्टा, अरविंद पांडे, बिशन सिंह चुफाल, प्रदीप बत्रा, सविता कपूर, दिलीप रावत, सरदार त्रिलोक सिंह, उमेश शर्मा काऊ जैसे नाम भी शामिल है जो गैरसैंण में सत्र के पक्ष में नहीं थे।

आप नेता रविंद्र के अनुसार 26 फरवरी 2024 को विधानसभा देहरादून के बाहर किए गए प्रदर्शन के उपरांत उन्होंने गैरसैंण में सत्र न कराए जाने वाले विधायकों और माननीयों के नाम के खुलासे के लिए विधानसभा कार्यालय में आरटीआई लगाकर जानकारी मांगी, लेकिन प्रथम आरटीआई में जानकारी न देते हुए तथ्यों को छुपाने का प्रयास किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय सचिवालय में आरटीआई लगाकर उक्त नामों को सार्वजनिक किए जाने को लेकर एक पत्र प्रेषित किया है, जिसके जवाब में मुख्यमंत्री कार्यालय सचिवालय द्वारा जानकारी उपलब्ध कराई गई, जिसमें केवल 24 विधायकों के नाम का ही खुलासा किया गया है। सूत्रों के अनुसार इसमें कुल 38 विधायकों, मंत्रियों और माननीयों के नाम इस पत्र में शामिल थे, लेकिन सरकार के इशारे पर 14 माननीयों के नाम अभी भी छुपाए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वह पहाड़ की पीड़ा को भलीभांति समझते हैं। जल, जंगल, जमीन की लड़ाई सदैव लड़ते रहेंगे। चाहे इसके लिए उन्हें किसी के भी विरुद्ध क्यों न जाना पड़े। उन्होंने कहा कि यदि इसके लिए उन्हें उग्र आंदोलन भी करने पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगे।

प्रेस वार्ता में वीके कपूर, जीएल सदाना, मुक्तेश हांडा, अंकुर वर्मा, नवीन सिंह चौहान आदि आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज