सनातन उद्घोष कार्यक्रम में राष्ट्रवाद पर हुआ मंथन
जयपुर, 21 दिसंबर (हि.स.)। प्रखर राष्ट्रवादी सेना के तत्वावधान में रविवार को राजधानी जयपुर में ‘सनातन उद्घोष’ नामक वैचारिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य सनातन धर्म की समकालीन स्थिति, सामाजिक संगठन और राष्ट्रवादी चेतना को सुदृढ़ करना रहा। आयोजन में देश के विभिन्न हिस्सों से आए संत-महात्मा, समाज प्रमुख और राष्ट्रवादी विचारक शामिल हुए।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता दिल्ली से आए राहुल दीवान (संस्थापक–संगम टॉक्स, हिन्दू नेटवर्क एवं सनातन घर वापसी संस्था) रहे। उन्होंने अपने संबोधन में सनातन धर्म की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की दिशा पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म एक जीवन पद्धति है, जिसे संगठित समाज और वैचारिक सजगता के माध्यम से आगे बढ़ाया जाना आवश्यक है।
राहुल दीवान ने कहा कि सनातन समाज को सामाजिक रूप से एकजुट और सांस्कृतिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता है, ताकि परंपराओं और मूल्यों का संरक्षण किया जा सके। कार्यक्रम में सनातन धर्म से जुड़े 63 समाजों के अध्यक्षों की सहभागिता रही, जिससे सामाजिक समरसता का संदेश दिया गया। इस अवसर पर अनंत श्री विभूषित महामंडलेश्वर विष्णु शरण दास महाराज, महामंडलेश्वर लीलाधर दास महाराज, आचार्य नीरज वैदिक और महेश दास महाराज सहित कई संतों ने आशीर्वचन दिए। संतों ने युवाओं में संस्कार निर्माण, धर्म रक्षा और राष्ट्र सेवा पर बल दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रखर राष्ट्रवादी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अक्षय राष्ट्रवादी के स्वागत संबोधन से हुई। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समाज को दिशा देने और राष्ट्रवादी चेतना को मजबूत करने में सहायक हैं। कार्यक्रम के दौरान संस्था की महिला अध्यक्ष शालू राष्ट्रवादी, महासचिव प्रभात राष्ट्रवादी, महामंत्री धर्मेंद्र राष्ट्रवादी, राष्ट्रीय वाणिज्य मंत्री दीपक राष्ट्रवादी और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहिताश राष्ट्रवादी सहित अन्य पदाधिकारियों व अतिथियों का सम्मान किया गया।
समापन अवसर पर वक्ताओं ने सनातन धर्म के संरक्षण, सामाजिक एकता और राष्ट्रहित में कार्य करने का संकल्प दोहराया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े लोग उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश