लोकतंत्र में बात रखने के अधिकार का कांग्रेस दुरुपयोग कर केवल सुर्खियां बटोरने की कर रही है राजनीति- पटेल

 


जयपुर, 17 दिसंबर (हि.स.)। संसदीय कार्य, विधि एवं न्यायिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल और भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कांग्रेसी नेताओं पर कड़ा प्रहार करते हुए तीखी प्रतिक्रियाएं दी। भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है और यह अधिकार होना भी चाहिए, लेकिन कांग्रेस इस अधिकार का दुरुपयोग कर केवल सुर्खियां बटोरने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस का आंदोलन पूरी तरह फ्लॉप रहा और जयपुर में किया गया प्रदर्शन भी केवल समाचार पत्रों में जगह पाने की कोशिश भर था।

पटेल ने कहा कि राजस्थान में भाजपा सरकार के दो वर्षों के कार्यकाल में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए हैं। भाजपा सरकार हर वर्ष अपने कार्यों का लेखा-जोखा जनता के सामने पारदर्शिता के साथ रख रही है। भाजपा सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर हमने विकास कार्यों और उनके आंकड़े जनता के समक्ष प्रस्तुत किए हैं। मेरा विपक्षी भाइयों से स्पष्ट निवेदन है कि कांग्रेस अपने पांच वर्षों के कार्यकाल और भाजपा के दो वर्षों के कार्यकाल के तथ्यों की तुलना कर हमारे द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों का खंडन करके बताए। यदि कर सकते हैं तो हमारे द्वारा किए गए विकास कार्यों को गलत साबित करें।

संसदीय कार्य, विधि एवं न्यायिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि कांग्रेस भाजपा सरकार की ‘राइजिंग राजस्थान’ पहल पर भी अनावश्यक सवाल उठा रही है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि यदि कांग्रेस में साहस है तो वह ‘राइजिंग राजस्थान’ के तहत हुए कार्यों और निवेश प्रस्तावों का खंडन करके दिखाए। जोगाराम पटेल ने कांग्रेस नेता टीकाराम जूली द्वारा विदेशी निवेश को लेकर की गई प्रेसवार्ता पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि वे वास्तव में तथ्यों को देखना चाहते हैं तो राइजिंग राजस्थान के तहत धरातल पर उतरने वाले लगभग 8 लाख करोड़ रुपये के निवेश को देखें, उन्हें उसमें विदेशी निवेश भी स्पष्ट रूप से नजर आ जाएगा।

नेशनल हेराल्ड प्रकरण पर बोलते हुए मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि न्यायालय ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि चार्जशीट में तकनीकी कमियां हैं। न्यायालय ने यह कहीं नहीं कहा कि जांच एजेंसी के आरोप गलत हैं। कोर्ट ने केवल यह कहा है कि चार्जशीट में जो कमियां हैं, उन्हें विधि अनुसार पूरा किया जाए। इसका अर्थ यह है कि संबंधित लोग न तो आरोपों से मुक्त हुए हैं और न ही मामला समाप्त हुआ है। पटेल ने कहा कि भाजपा सरकार विकास, पारदर्शिता और जनहित के मुद्दों पर काम कर रही है, जबकि कांग्रेस तथ्यहीन आरोपों और विफल आंदोलनों के सहारे राजनीति करने का प्रयास कर रही है, जिसे जनता भली-भांति समझ चुकी है।

भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कांग्रेस के प्रदर्शन और उसके नेताओं के बयानों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस का हालिया प्रदर्शन पूरी तरह फ्लॉप शो साबित हुआ है। जनता अब कांग्रेस की नकारात्मक, भ्रम फैलाने वाली और राष्ट्रविरोधी राजनीति को भली-भांति समझ चुकी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भाजपा का दरवाज़ा कांग्रेसियों के लिए हमेशा खुला है। यदि वे भाजपा में आते हैं तो उनका शुद्धिकरण कर पार्टी की रीति-नीति और राष्ट्रवादी विचारधारा से जोड़ते हुए देश सेवा के कार्यों में लगाया जाएगा, ताकि उन्हें पता चले कि भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता निरंतर राष्ट्र सेवा में समर्पित रहता है।

विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि भाजपा हर कार्यक्रम में देश सेवा और ‘राष्ट्र प्रथम’ की नीति पर काम करती है, जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल केवल भ्रम फैलाने और सत्ता के लिए देश की संस्थाओं को बदनाम करने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि देश की जनता आने वाले समय में एक बार फिर भाजपा की राष्ट्रवादी सोच, विकास कार्यों और सनातन मूल्यों पर अपना पूर्ण विश्वास जताएगी। उन्‍होंने कहा कि भाजपा का संकल्प कांग्रेस मुक्त भारत का है और यह संकल्प पूरा होने जा रहा है। कांग्रेस को यह भय सताने लगा है कि उसका राजनीतिक अस्तित्व अब समाप्ति की ओर है। इसी डर के कारण कांग्रेस कभी ईवीएम पर सवाल उठाती है, कभी वोटर लिस्ट को दोष देती है और अब तो चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर भी सवाल खड़े कर रही है, जो लोकतंत्र का अपमान है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेताओं की आज़ादी के बाद से अब तक की नीति तुष्टीकरण की रही है। ये कांग्रेसी नेता देश में रहकर देश के खिलाफ वातावरण बनाने का काम कर रहे है। कांग्रेस नेताओं ने विदेशों में जाकर भारत के खिलाफ अनगिनत बुराइयाँ की हैं, सनातन संस्कृति को गालियाँ दी हैं और हमारे पुरोधाओं के मान-सम्मान तक को ठेस पहुँचाई है, जिसे देश कभी स्वीकार नहीं करेगा।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश