राज्य स्तरीय प्रदर्शनी: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की स्टॉल पर विजिटर्स का बढ़ा फुटफॉल

 


जयपुर, 17 दिसंबर (हि.स.)। राज्य सरकार के कार्यकाल के शानदार दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर जयपुर स्थित जवाहर कला केन्द्र में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की स्टॉल पर योजनाओं की जानकारी लेने के लिए विजिटर्स की ओर से खासा उत्साह नजर आ रहा है। योजनाओं की जानकारी लेने में युवाओं के साथ से बुजुर्ग और महिलाएं भी खासी रुचि ले रहे हैं।

बुधवार को बानसूर से प्रदर्शनी देखने आए 22 वर्षीय रोहित यादव ने बताया कि मुझे प्रदर्शनी में आकर मुख्यमंत्री सर्वजन उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना का पता चला। अधिकारियों ने बताया कि यह योजना किसी जाति/वर्ग की न होकर जरूरतमंद उन बच्चों के लिए है, जो उच्च शिक्षण संस्थानों में आर्थिक अभाव के चलते अध्ययन नहीं कर पाते हैं। योजना के तहत राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं (आईआईएम, आईआईटी) में अध्ययन करने वाले राज्य के सभी वर्गों के छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए सभी वर्ग के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर की सूचीबद्ध शिक्षण संस्थाओं के पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को नियमानुसार उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति के रूप में ली जाने वाली कुल अनिवार्य अप्रतिदेय (नॉन रिफण्डेबल) फीस का 50 प्रतिशत फीस राशि दिये जाने का प्रावधान है। मैं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार व्यक्त करता हूं कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व में ऐसी योजनाओं से युवा लाभान्वित हो रहे हैं।

सीकर से आई 43 वर्षीया आरती सिहाग ने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा यूं तो हर वर्ग के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है, लेकिन दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बालक-बालिकाओं के लिए संचालित 'मुख्यमंत्री आयुष्मान बाल सम्बल योजना' खासी प्रभावी लगी। योजना में ऐसे बच्चे जो दुर्लभ बीमारियों से ग्रसित होने के बाद आर्थिक अभाव में जीने की उम्मीद छोड़ देते थे, उन्हें अब योजना के माध्यम से 50 लाख रुपए तक का उपचार निशुल्क उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान किया गया है। एक मरीज के इलाज के लिए 50 लाख रूपये की सहायता का महत्व केवल उस मरीज के परिजन ही समझ सकते हैं। इतना पैसा तो आम आदमी अपना मकान, खेत सब कुछ बेच कर भी नहीं जुटा सकता। वास्तव में भजनलालजी शर्मा राज्य के प्रत्येक परिवार, प्रत्येक बच्चे के अभिभावक का दायित्व निभा रहे हैं।

विभाग द्वारा स्टॉल पर सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, विभिन्न छात्रवृति योजना, कन्यादान योजना, पालनहार योजना, नशामुक्ति, अंतरजातीय विवाह, एट्रोसिटी सहित विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी आगंतुकों के साथ साझा की जा रही है।

गौरतलब है कि 15 दिसंबर से प्रारंभ हुई प्रदर्शनी में कुल 25 विभागों की स्टॉल्स लगाई गई हैं, जिनमें विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं सम्बन्धी जानकारियां दी जा रही है। यह प्रदर्शनी 18 दिसंबर तक प्रातः 11 बजे से रात 8 बजे तक आमजन के अवलोकनार्थ खुली रहेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश