राजस्थान की पारंपरिक हस्तशिल्प विरासत राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित

 


जोधपुर, 19 दिसम्बर (हि.स.)। विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों के समन्वय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर (आईआईटी जोधपुर) समर्थित जोधपुर सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन फाउंडेशन (जेसीकेआईएफ) ने भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय की प्रमुख पहल द कुन्ज, नई दिल्ली के साथ सहयोग कर राजस्थान की समृद्ध पारंपरिक हस्तशिल्प विरासत को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित किया है।

जेसीकेआईएफ द्वारा क्यूरेट एवं आयोजित यह शिल्प प्रदर्शनी वस्त्र मंत्रालय के विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) कार्यालय के सहयोग से आज द कुन्ज नई दिल्ली में उद्घाटित की गई। यह प्रदर्शनी सात जनवरी तक आम जनता के लिए खुली रहेगी।

प्रदर्शनी का उद्घाटन भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय कुमार सूद ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। इस अवसर पर आईआईटी जोधपुर के निदेशक प्रो. अविनाश कुमार अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि जेसीकेआईएफ, आईआईटी जोधपुर की उस व्यापक दृष्टि को प्रतिबिंबित करता है, जिसके अंतर्गत शैक्षणिक और तकनीकी क्षमताओं को समावेशी सामाजिक प्रभाव में परिवर्तित किया जाता है। उन्होंने प्रौद्योगिकी-सक्षम समाधान, डिज़ाइन नवाचार, क्षमता निर्माण तथा रणनीतिक संस्थागत साझेदारियों के माध्यम से कारीगर समुदायों को सशक्त बनाने पर जेसीकेआईएफ के मिशन-उन्मुख फोकस को दोहराया और प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय द्वारा प्रदान किए गए सतत मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश