मंदिर में चाकू बाजी करने के आरोपी का अतिक्रमण ध्वस्त
जयपुर, 20 अक्टूबर (हि.स.)। करणी विहार थाना इलाके में शरद पूर्णिमा 17 अक्टूबर के दिन जागरण व खीर वितरण कार्यक्रम में लोगों पर चाकू से हमला करने वाले प्रॉपर्टी व्यवसायी नसीब चौधरी के घर पर रविवार को जेडीए ने अपना पीला पंजा गरजाते हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।
एसीपी गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि शरद पूर्णिमा के दिन मंदिर परिसर में खीर वितरण कार्यक्रम के दौरान नसीब चौधरी ने मंदिर परिसर की जमीन पर कब्जे की नीयत से लोगों पर अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर चाकूबाजी की घटना को अंजाम दिया था। जिसके बाद पुलिस ने नसीब चौधरी, उसकी पत्नी निर्मला चौधरी व बेटे भीष्म चौधरी को गिरफ्तार कर लिया था। शुक्रवार को जेडीए अधिकारियों ने मंदिर परिसर का मौका परीक्षण कर शनिवार को नोटिस जारी किया। लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद जब नोटिस का जवाब नहीं मिला तो रविवार सुबह जेडीए दस्ते ने मंदिर और पार्क पर बने दो कमरों को अतिक्रमण मुक्त करते हुए उसे ध्वस्त कर दिया। बताया जा रहा है कि नसीब चौधरी ने मंदिर व पार्क की जमीन पर 20 बाई 35 वर्ग फीट जमीन पर कब्जा कर रखा था।
अवैध बने कमरों में रखा था जिम का सामान
नसीब चौधरी ने पार्क व मंदिर की जमीन पर कब्जा कर अवैध कमरे बना रखे थे। जिसमें उसने जिम का सामान और कुछ ड्रम रख रखे थे। जेडीए दस्ते ने सामान सहित दोनों कमरों को ध्वस्त कर दिया और जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवा दिया।
मंदिर की आरती से था ऐतराज
स्थानीय निवासी शंकर सामोता ने बताया कि नसीब चौधरी और उसके परिवार का इलाके में काफी खौफ था। जिसके चलते यहां के लोग इसके सामने कुछ भी बोलने से डरते थे। नसीब चौधरी और उसके परिवार के लोगों को मंदिर में होने वाले धार्मिक अनुष्ठान व आरती से काफी ऐतराज था। वो मंदिर में होने वाली आरती से भी नाराज था और कई बार आरती के दौरान झगड़ा करने मंदिर परिसर में आ जाता था।
पूर्व मेयर ने की निंदा, बोली खुलनी चाहिए हिस्ट्रीशीट
मंदिर परिसर में हुई चाकू बाजी की घटना को लेकर पूर्व महापौर शील धाभाई ने कि नसीब चौधरी एक भू -माफिया है और उसने मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था। वो मंदिर परिसर में होने अनुष्ठान का विरोध करता था। उसके खिलाफ को ये कार्रवाई बहुत पहले ही हो जानी चाहिए थी। उसके खिलाफ हिस्ट्रीशीट खोलनी चाहिए।
मंत्री विधायकों ने पीड़ितों से कि थी मुलाकात
शरद पूर्णिमा के दिन मंदिर परिसर में आरएसएस के दस कार्यकर्ताओं पर हुई चाकूबाजी की सूचना मिलने के बाद मंत्री राज्यवर्धन सिंह, प्रताप सिंह खाचरियावास,गजेंद्र सिंह खींवसर देर रात ही पीड़ितों से मिलने के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचे थे और घायलों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश