पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा स्पीकर के बारे में दिया गया बयान अनुचित- देवनानी

 
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा स्पीकर के बारे में दिया गया बयान अनुचित- देवनानी


पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा स्पीकर के बारे में दिया गया बयान अनुचित- देवनानी


जयपुर, 21 मार्च (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान को निरर्थक और संवैधानिक परंपराओं व मर्यादाओं के विपरीत बताया है। उन्होंने कहा कि गहलोत को अपने दल के सदस्यों को सदन की मर्यादाओं और परंपराओं का पालन करने तथा स्पीकर का सम्मान करने की नसीहत देनी चाहिए थी।

देवनानी ने बताया कि सदन में प्रतिपक्ष के धरने के दौरान कई बार समझाइश देने का प्रयास किया गया। नेता प्रतिपक्ष को वार्ता के लिए बुलाया गया, लेकिन प्रतिपक्ष के अमर्यादित व्यवहार और हठधर्मिता के कारण निलंबन की कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि संवैधानिक पद पर रहते हुए उन्होंने निष्पक्ष रूप से सदन की परंपराओं का निर्वहन किया है और प्रतिपक्ष को पर्याप्त अवसर दिए हैं। उन्होंने बताया कि सोलहवीं राजस्थान विधानसभा के तृतीय सत्र में 17 अनुदान मांगों पर हुई चर्चा के दौरान भाजपा विधायकों को 161 और कांग्रेस विधायकों को 162 बार बोलने का अवसर मिला, जो यह दर्शाता है कि प्रतिपक्ष को पूरा महत्व दिया गया।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि संवैधानिक पद की गरिमा बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने अपने कार्यकाल में सर्वदलीय बैठक बुलाने की परंपरा शुरू की, ताकि सदन का संचालन सुचारु और मर्यादित ढंग से हो सके।

हिन्दुस्थान समाचार / अखिल