पचपदरा रिफाइनरी राजस्थान के आर्थिक भविष्य की धुरी, देरी के लिए भाजपा जिम्मेदार : अशोक गहलोत
जयपुर, 30 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पचपदरा रिफाइनरी परियोजना को राजस्थान के विकास और आर्थिक भविष्य का प्रतीक बताते हुए इसके निर्माण में हुई देरी के लिए भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी अपने बयान में गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार के प्रयासों से शुरू हुई यह परियोजना भाजपा सरकार की उदासीनता के कारण वर्षों तक अटकी रही।
गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल में कांग्रेस सरकार ने एचपीसीएल के साथ लगातार संवाद और गंभीर प्रयास कर राजस्थान में रिफाइनरी स्थापित कराने की दिशा में काम किया। शुरुआत में एचपीसीएल इस परियोजना में रुचि नहीं दिखा रही थी, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद राजस्थान को रिफाइनरी परियोजना की स्वीकृति मिली।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में पचपदरा में रिफाइनरी का शिलान्यास यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और तत्कालीन केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली के हाथों किया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 2013 में कांग्रेस सरकार बदलने के बाद भाजपा सरकार ने पांच वर्षों तक रिफाइनरी के काम को ठंडे बस्ते में डाल दिया, जिसके कारण 37 हजार करोड़ रुपये की यह परियोजना लंबी देरी का शिकार हुई और इसकी लागत बढ़कर लगभग एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की आशंका बन गई।
गहलोत ने कहा कि 2018 से 2023 के बीच कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में, कोविड जैसी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, रिफाइनरी का काम दोबारा गति पकड़ सका और इन पांच वर्षों में करीब 85 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि मई 2023 में पचपदरा में हुई रिव्यू मीटिंग के दौरान एचपीसीएल ने दिसंबर 2024 तक रिफाइनरी से व्यवसायिक उत्पादन शुरू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन भाजपा सरकार के आने के बाद यह समयसीमा पूरी नहीं हो सकी। बजट 2025 में अगस्त तक रिफाइनरी चालू करने का वादा किया गया था, लेकिन वह डेडलाइन भी गुजर चुकी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जानकारी मिल रही है कि रिफाइनरी का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि बिना देरी किए परियोजना का उद्घाटन कर उत्पादन शुरू करवाए, ताकि राजस्थान को इसका आर्थिक और औद्योगिक लाभ शीघ्र मिल सके।
अशोक गहलोत ने अपने ट्वीट के माध्यम से कहा कि पचपदरा रिफाइनरी केवल एक परियोजना नहीं, बल्कि राजस्थान के रोजगार, औद्योगिक विकास और आर्थिक मजबूती का आधार है, जिसे समय पर शुरू किया जाना राज्य के हित में बेहद आवश्यक है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित