दिव्यांगजनों के जीवन को अधिक सरल बना रही नवीन तकनीक: डॉ. कुमार
जोधपुर, 26 दिसम्बर (हि.स.)। वैश्विक दिव्यांगता, उनका पुनर्वास एवं विशेष शिक्षा के माध्यम से सुधारो पर भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली द्वारा निर्देशित तथा मारवाड़ विनर्स विशेष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय द्वारा सतत पुनर्वास शिक्षा कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन संभाग मुख्यालय पर किया गया।
विनर्स एजुकेशन सोसाइटी के तकनीकी संप्रेक्षणागार में वेबीनार विधि पर आधारित इस अकादमिक समागम में अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेष शिक्षा विशेषज्ञ प्रो. डॉ. सत्यनारायण, डॉ. महेंद्र कुमार, डॉ. बीएल जाखड़, सुमित्रा चौधरी एवं डॉ. गणपत राम ने विविध विषयों पर अपने शोध पत्र एवं वार्ताएं प्रस्तुत की।
संगोष्ठी समन्वयक एवं महाविद्यालय प्राचार्य समावेशी शिक्षा विशेषज्ञ सीमा ने बताया कि वेबीनार के प्रथम सत्र में डॉ. सत्यनारायण ने वैश्विक नीतियों एवं उनके क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों पर अपने विचार प्रकट किए। दूसरे क्षेत्र में मानसिक विमन्दता और पुनर्वास विशेषज्ञ डॉ. महेंद्र कुमार ने तकनीक एवं नवाचार के माध्यम से समावेशी शिक्षा तथा मानसिक विमंदित लोगों पर मनोवैज्ञानिक अनुसंधान के नवीन प्रावधानों पर अपने शोध निष्कर्ष प्रकट किए।
मोटिवेशनल स्पीकर, शिक्षाविद डॉ. बीएल जाखड़ ने अंतर्वैयक्तिक समाधान प्रस्तुत करते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के माध्यम से पुनर्वास के उपायों पर अपने द्वारा किए गए नवाचारों का सार प्रस्तुत किया। सुमित्रा चौधरी ने शिक्षक तथा फिजियोथैरेपिस्ट प्रोफेशनल द्वारा व्यवस्थित तरीके से दिव्यांग लोगों के साथ किए गए चिकित्सकीय उपायो पर प्रकाश डाला, वहीं डॉ. गणपत राम ने राजस्थान में विशेष शिक्षा के लिए संस्थागत प्रयास और शासन के समाज कल्याण विभाग द्वारा किए गए कार्य तथा उनके कल्याणकारी प्रावधानों की जानकारी दी।
शंका समाधान सत्र में संगीता केवलानी, सुभाष मंडा, आर एलक्या, वीके नायडू व अन्य ने विशेष शिक्षा से संबंधित अपनी शंकाएं पैनल के समक्ष प्रस्तुत की, जिनका त्वरित समाधान विषय विशेषज्ञों ने वेबीनार में किया। वेबीनार की अंत में समन्वयक सीमा ने सभी अकादमिक सत्रों का समेकित प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश