राजस्थान के हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए सकारात्मकता से करेंगे काम : शेखावत
जोधपुर, 3 फ़रवरी (हि.स.)। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान में चिकित्सा का परिदृश्य बदला है। प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि देश के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज बनना चाहिए। राजस्थान के सभी 33 जिलों में मेडिकल कॉलेज बने, इसके लिए हम सकारात्मकता के साथ काम करेंगे।
शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान जोधपुर के चौथे दीक्षांत समारोह में शेखावत ने कहा कि ऐसे कालखंड में जब देश बदलाव की ओर है। असीम संभावनाओं की ऊर्जा और अपेक्षा को लेकर प्रधानमंत्री के नेतृत्व में विकसित होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने देश का प्रधानमंत्री बनने के साथ गांव, गरीब, किसान, पीड़ित और शोषितों के जीवन में परिवर्तन लाने का संकल्प लेकर कार्य प्रारंभ किया था। एक तरफ गरीबों को सामान्य मूलभूत आवश्यकता की चुनौती से उभारना है तो दूसरी तरफ भारत को विकसित करने के लिए विकसित देशों के अनुरूप अवसर उपलब्ध कराने हैं। उन्होंने कहा कि यह बदलाव केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि भारत का बदलाव पूरे विश्व के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होने वाला है। ऐसे समय में हम सब लोगों को काम करने का सौभाग्यपूर्ण अवसर मिला है। विशेष रूप से ऐसे डॉक्टरों, जिनको इस समय अपने जीवन का प्रारंभ करने का अवसर मिला है, वो बदलाव के न केवल साक्षी बन सकते हैं, बल्कि बदलाव के रचयिता भी हो सकते हैं।
शेखावत ने कहा कि एम्स जोधपुर के विस्तार का जब काम चल रहा था, तब बात आई कि एम्स में एक धर्मशाला का निर्माण होना चाहिए। जोधपुर एम्स की जब हमने प्लानिंग की थी, उस समय भी इस बात का प्रावधान किया गया था। एक ऐसा स्थान बनाने की बात थी, जहां मरीजों के अतिरिक्त अटेंडेंट्स के रहने की व्यवस्था हो सके। इस संदर्भ में मैंने डी मार्ट वाले राधाकृष्ण दमानी से बात की थी। उनसे निवेदन किया था। मुझे यह बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि उन्होंने इस बात के लिए स्वीकृति प्रदान की है। वो 100 करोड़ रुपये जोधपुर एम्स में इस तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए अपने सीएसआर फंड से देंगे।
समारोह के दौरान वर्चुअल रूप से एम्स जोधपुर, नागपुर, बिलासपुर और अन्य एम्स में विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं और सेवाओं का भी विधिवत उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया गया। इनमें एम्स जोधपुर में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र, नवजात शिशुओं के लिए मॉडल प्रारंभिक हस्तक्षेप (इंटरवेंशन) केंद्र और व्यापक स्तनपान प्रबंधन केंद्र (सीएलएमसी) और केंद्रीय पशु गृह सुविधा प्रमुख हैं। एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर को प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत उन्नयन के तहत कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक को भी राष्ट्र को समर्पित किया गया। जोधपुर सहित विभिन्न एम्स और राजस्थान में स्वास्थ्य परियोजनाओं और सुविधाओ का शिलान्यास, उद्घाटन व लोकार्पण भी किया गया। समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा भी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप