छोटी काशी में 28 अक्टूबर से चलेगी धर्म की बयार
जयपुर, 25 अक्टूबर (हि.स.)। 28 अक्टूबर से पवित्र कार्तिक महीने की शुरुआत होने जा रही है, जो 27 नवंबर तक पूरे एक माह छोटी काशी में धर्म की बयार चलेगी। इस दौरान तीर्थ स्नान के साथ दान-पुण्य का दौर भी चलेगा। महीने के पहले दिन महिलाएं कार्तिक स्नान का संकल्प लेंगी। पूरे महीने व्रत रखकर परिवार की खुशहाली और अमर सुहाग की कामना करेंगी। इस दौरान कई महिलाएं मुख्य तिथि पर व्रत व उपवास भी रखेंगी। महीने के बाद नौ नवंबर को एकादशी का व्रत रहेगा। इसके बाद पांच दिन के दीपोत्सव की शुरुआत दस नवंबर को धनतेरस के साथ होगी। अगले दिन ग्यारह नवंबर को रूप चतुर्दशी मनाई जाएग। बारह नवंबर को दीपावली का त्योहार रहेगा। इसके बाद तेरह नवंबर को अमावस्या रहेगी। यानि इस बार अन्नकूट चौदह नवंबर को मनाया जाएगा। अगले दिन पन्द्रह नवंबर को भाई दूज मनाई जाएगी।
पवित्र महीने के दौरान बीस नवंबर को गोपाष्टमी आएगी। इस दिन महिलाएं गाय व बछड़े की पूजा करेंगी। इक्कीस नवंबर को आंवला नवमी पर आंवले के वृक्ष की पूजा की जाएगी। अंत में तेईस नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा यानि देव दिवाली के साथ महीने का समापन होगा।
देवउठनी एकादशी पर तेईस नवंबर को सावों की शुरुआत होगी। कार्तिक मास चातुर्मास का आखिरी महीना होता है। भगवान विष्णु भी चार महीने की निद्रा के बाद इसी महीने की एकादशी को जागते हैं। जिसके साथ शुभ कार्यों की शुरुआत होगी। इस दिन अबूझ सावा पर एकल व सामूहिक विवाहों के साथ तुलसी-शालिग्राम का भी विवाह किया जाएगा।
कार्तिक महीने में ठाकुरजी मंदिरों में भक्तों का तांता लगेगा। शहर के अराध्य देव गोविंददेवजी में अट्ठाईस अक्टूबर को शरद पूर्णिमा के दिन कार्तिक महीने का शुभारंभ होगा। हालांकि इस दिन चंद्रग्रहण के चलते रात को प्रभु के विशेष दर्शन कराए जाएंगे। पूरे महीने मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी। मंगला झांकी से शयन झांकी तक लाखों की संख्या में भक्त रोजाना यहां प्रभु दर्शनों के लिए पहुंचेंगे।
इस महीने में तीर्थ स्नान का विशेष महत्व है। ऐसे में गलताजी में भक्त तीर्थ स्नान के लिए पहुंचेंगे। इस बार चंद्रग्रहण भी शरद पूर्णिमा के दिन है। ऐसे में अगले दिन उनतीस अक्टूबर को भी ग्रहण के बाद गलता स्नान के लिए लोग आएंगे। इसके अलावा हरिद्वार व अन्य तीर्थ स्नान के लिए प्रदेशभर से भक्त जाएंगे।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप