राजस्थान में मानसून का कहर : कहीं रेलवे ट्रैक पर पानी, ट्रेनें कैंसिल, रूट बदला ताे कही मालगाड़ी डिरेल, हाईवे पर पानी भरा, पांच मौतें
जयपुर, 5 अगस्त (हि.स.)। राजस्थान के कई जिलाें में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। पटरियों पर पानी भरने के कारण ट्रेनें कैंसिल की जा रही हैं। वहीं, कुछ का रूट डायवर्ट किया गया है। अजमेर जिले के पुष्कर सरोवर के ओवरफ्लो होने के कारण आस-पास के होटल-घरों को खाली कराया गया हैं। हाईवे पर ढाई से तीन फीट तक पानी बह रहा है। स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। प्रभावित इलाकों को खाली कराया जा रहा है। इन इलाकाें में रेस्क्यू टीम को सक्रिय कर दिया गया है।
ब्यावर जिले के हरिपुर रेलवे स्टेशन से 20 किलोमीटर दूर लालपुर क्षेत्र में भारी बारिश के दौरान ट्रैक पर पहाड़ टूटकर गिर गया। इससे वहां से गुजर रही मालगाड़ी के तीन-चार डिब्बे पटरी से उतर गए। जोधपुर में सोमवार सुबह बोरानाड़ा इलाके में फैक्ट्री की दीवार ढह गई। इसमें 13 मजदूर दब गए, जिसमें से तीन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। एक की हालत गंभीर है। दूसरी ओर, रविवार रात को बालेसर (जोधपुर) के गोतावर बांध में डूबने से युवक की जान चली गई। पाली के सादड़ी में परशुराम महादेव हंजावाव रपट (पुलिया के ऊपर से बहते पानी में) पर एक बाइक सवार बह गया। इसका शव तीन किलोमीटर दूर झाड़ियों में अटका मिला।
मौसम विभाग का अलर्ट है कि राजस्थान के कई जिलों में अति भारी बारिश तो कई जिलों में अत्यंत भारी बारिश होगी। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार मध्य प्रदेश के ऊपर बना डीप डिप्रेशन आज पूर्वी राजस्थान में पहुंच गया है। अब यह डीप डिप्रेशन कमजोर होकर डिप्रेशन में परिवर्तित हो गया है। इसके 24 घंटों में और धीरे-धीरे पश्चिमी राजस्थान की तरफ आगे बढ़ने तथा कमजोर होकर वेल मार्क लो प्रेशर में परिवर्तित होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने अपने अनुमान में बताया है कि डिप्रेशन के प्रभाव से साेमवार काे अजमेर, पाली, राजसमंद, जालौर, सिरोही, नागौर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर जिलों में भारी व कहीं-कहीं अति भारी बारिश होने की संभावना है। पाली, नागौर, जोधपुर जिलों में एक दो स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश (200 मिलीमीटर से अधिक) होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर का अनुमान है कि अजमेर, जोधपुर व बीकानेर संभाग के कुछ भागों में भारी बारिश का दौर छह अगस्त को भी जारी रहने की संभावना है। इस दौरान जोधपुर संभाग में कहीं-कहीं अति भारी बारिश होने की संभावना है। अजमेर के पीसांगन कस्बे में लूणी नदी उफान पर है। यहां कई छोटे बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। पीसांगन से गोविंदगढ़ जाने वाले रास्ते पर नदी का पानी पुलिया के ऊपर से बह रहा है। अजमेर जिले से नागौर जिले को जोड़ने वाले सभी कच्चे रास्ते पहले से ही बंद थे और अब नसीराबाद से बीकानेर को जोड़ने वाले हाईवे भी पानी के तेज बहाव के कारण बंद हो गया है। भीलवाड़ा के बिजौलिया में स्थित मेनाल झरने में एक युवक बह गया और 150 फीट नीचे गिरने से उसकी मौत हो गई। युवक अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने आया था। रावतभाटा स्थित जवाहर सागर बांध में लगातार पानी की आवक हो रही है। सोमवार सुबह 8 बजे से बांध के 12 में से 2 गेट खोलकर 14 हजार 610 और मशीन से 7 हजार 558 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
जोधपुर मंडल के केरला-पाली मारवाड़ यार्ड एवं बिलाड़ा-पीपाड़ रोड के बीच पानी भर जाने के कारण ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है। उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि 5 ट्रेनें कैंसिल की गई हैं। 2 का रूट बदला गया है। कैंसिल की गई 5 ट्रेनों में बाड़मेर-मुनाबाव स्पेशल सेवा की 2 गाड़ियों (04879, 04881) को 5 और 6 अगस्त के लिए रद्द किया गया है। मुनाबाव-बाड़मेर स्पेशल सेवा की 2 गाड़ियों (04880, 04882) को 6 अगस्त के लिए रद्द किया गया है। बाड़मेर-जोधपुर स्पेशल (04844) भी 6 अगस्त को रद्द रहेगी। जम्मूतवी-गांधीनगर कैपिटल (19224) के रूट में बदलाव किया गया है। अब लूनी-समदड़ी-भीलड़ी-पाटन-अहमदाबाद होकर चलेगी। कोचुवेली-श्रीगंगानगर (16312) का रूट बदला गया है। यह मारवाड़ जंक्शन-अजमेर-फुलेरा-मेड़ता रोड होकर जाएगी। पाली में सादड़ी से होकर बहने वाली मोरखा नदी में पुलिया का निर्माण कार्य करवा रहे ठेकेदार की स्कॉर्पियो अचानक पानी आने से बह गई। करीब साढ़े चार फीट पानी में डूबी स्कॉर्पियो को जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया। पाली के सोजत इलाके के धीनावास गांव कच्चा मकान गिर गया। इस दौरान घर के सदस्यों ने बाहर भागकर अपनी जान बचाई। एक महिला गीता देवी पत्नी पारसमल की मलबे में दबने से मौत हो गई।
अजमेर जिले में जेठाना के मोडी नाडी इलाके में घरों में पानी भर गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण पुष्कर सरोवर (अजमेर) का जलस्तर बढ़ गया है। आसपास के इलाकों में पानी भरने लगा है। उपखंड अधिकारी निखिल कुमार पोद्दार ने दर्जनभर से अधिक होटलों को खाली करने के निर्देश दिए हैं। अजमेर के दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के प्रताप नगर मेयो लिंक रोड, गुर्जर धरती शहीद और आसपास के इलाकों में दो से ढाई फीट तक घरों में पानी भर चुका है। घरों में पानी भरने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर के अलवर गेट थाने में भी पानी भर गया है। अजमेर में सुबह 6 बजे से मूसलाधार बरसात का दौर जारी है। लगातार बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया है। जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के ऑर्थोपेडिक वार्ड में पानी भर गया। अजमेर मे 9 घंटे में 96.9 मिलीमीटर बरसात हुई है। पाली के सादड़ी में परशुराम महादेव हंजावाव रपट (पुलिया के ऊपर से बहते पानी में) पर एक बाइक सवार बह गया। इसका शव तीन किलोमीटर दूर झाड़ियों में अटका मिला। पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से बाहर निकलवाकर सादड़ी सीएचसी में रखवाया है।
रविवार सुबह 9 बजे ब्यावर जिले के हरिपुर रेलवे स्टेशन से 20 किलोमीटर दूर लालपुर क्षेत्र में मालगाड़ी डिरेल हो गई। भारी बारिश के कारण पहाड़ी के टुकड़े ट्रैक पर गिर गए थे। हादसे में इंजन और करीब 3-4 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। पटरी को भी काफी नुकसान हुआ है।
मौसम विभाग का कहना है कि झारखंड में जो लो-प्रेशर सिस्टम बना था। वह मध्य प्रदेश से होता हुआ राजस्थान में आ गया। ये सिस्टम अभी जोधपुर, अजमेर संभाग के आसपास सक्रिय है। शाहपुरा जिले के श्रीनगर गांव में सोमवार सुबह करीब चार बजे एक कच्चा मकान ढह गया। मकान में सो रहे बुजुर्ग मलबे में दबकर घायल हो गए। आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और बुजुर्ग को निकालकर हॉस्पिटल पहुंचाया। भीलवाड़ा के मांडलगढ़ कस्बे के निकट 27 फीट भराव क्षमता वाला गोवटा बांध आज सुबह ओवरफ्लो हो गया। भीलवाड़ा में भारी बारिश के बाद नदी नाले और बांध लबालब हो गए है। करेड़ा के पास फाकोलिया क्षेत्र की लाइफ लाइन खारी नदी भी अच्छे पानी की आवक के बाद आज पूरी स्पीड से बह रही है। जयपुर में आधी रात के बाद से शुरू हुआ बारिश का दौर सुबह 10 बजे तक जारी रहा। दोपहर 12 बजे फिर से रिमझिम फुहारें पड़ने लगीं। रिमझिम बरसात से हवाओं में ठंडक घुल गई है। रविवार देर रात बूंदी में हुई तेज बारिश के बाद सड़क किनारे पार्क गाड़ियां पानी में बहने लगीं। एक युवक भी बह गया, जिसे आसपास के लोगों ने बचाया। टोंक जिले के देवली कस्बे में पिछले 12 घंटे से बारिश जारी है। इससे सरोली मोड़ स्थित जयपुर-कोटा हाईवे पर ढाई से तीन फीट पानी भर गया है। सोमवार सुबह करीब 9 बजे हाईवे किनारे खड़ी एक कार बह कर गड्ढे में चली गई। इसे लोगों ने रस्सी बांध कर बाहर निकाला।
भारी बारिश को देखते हुए अजमेर, जैसलमेर, टोंक, बाड़मेर, पाली, बालोतरा और बूंदी के स्कूलों के लिए अवकाश घोषित कर दिया गया है। अजमेर को छोड़ कर बाकी जिलों के स्कूलों में केवल एक दिन सोमवार के लिए अवकाश रहेगा। अजमेर के कलेक्टर भारती दीक्षित ने सोमवार सुबह आदेश जारी करते हुए जिले के स्कूलों में 2 दिन (5 व 6 अगस्त) की छुट्टी की घोषणा की। जालोर में भारी बारिश से शहर के बागोड़ा रोड, रेलवे स्टेशन, आहोर रोड व जिला कलेक्ट्रेट सहित कई मुख्य मार्गों पर पानी भर गया। इससे वाहन चालकों को निकलने में परेशानी हो रही हैं। जालोर का सबसे बड़ा सुन्देलाव तालाब भी लबालब हो गया है। जालोर में जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने भी पानी भर गया है।
जैसलमेर के लोहारकी गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक 137 भेड़ों की मौत हो गई। अजमेर जिले के मांगलियावास में रेलवे अंडर ब्रिज में बरसात का पानी जमा हो गया है। अंडर ब्रिज से निकलने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ब्रिज से निकलते वक्त एक पिकअप वहीं पर फंस गई। टोंक जिले में स्थित नासिरदा उप तहसील मुख्यालय के नासिरदा बांध ओवरफ्लो हो गया है। 10.3 फीट की ऊंचाई वाला यह बांध करीब आधा फीट ऊपर से बह रहा है। उदयपुर जिले में दो दिन से लगातार अच्छी बारिश हो रही है। बालोतरा जिले के कल्याणपुर में देर रात को तेज बारिश से कमला नगर कॉलोनी व आसपास के घरों में पानी भर गया। घरों में चार फीट तक पानी भरा है। अजमेर जिले के नसीराबाद में सुबह 7 बजे से बारिश का दौर जारी है। सड़कें तालाब का रूप ले चुकी है। निचली बस्तियों में भी पानी भर गया है। पाली में रविवार रात से बारिश हो रही है। इस कारण सड़कों पर दो फीट तक पानी भर गया है।
टोंक जिले के देवली उपखंड में बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में पिछले 12 घंटे से लगातार हो रही बारिश से बांध में पानी की अच्छी आवक हुई है।सोमवार सुबह छह बजे तक बीसलपुर बांध का जलस्तर 310.38 आरएल मीटर मापा गया है। यह रविवार की शाम को 310.16 आरएल मीटर था। बांध के कैचमेंट एरिया में कुल 117 मिलीमीटर बरसात हुई है। सोमवार सुबह 6 बजे तक बांध का जलस्तर 22 सेंटीमीटर बढ़ गया है। चार घंटे में 10 बजे तक बढ़कर 44 सेंटीमीटर हो गया। अब बांध का जलस्तर 310.60 आरएल मीटर पहुंच गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / संदीप