किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करते कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछार, चांदना समेत कई हिरासत में
बूंदी, 28 फ़रवरी (हि.स.)। किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने बुधवार को बूंदी में बड़ा प्रदर्शन किया। आजाद पार्क में बड़ी संख्या में एकत्रित कार्यकर्ता जब भीड़ के रूप में कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ने लगे तो रास्ते मे पुलिस ने बेरिकेट लगाकर रोकने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए वाॅटर कैनन से पानी की बौछारें फेंकते हुए रोकने का प्रयास किया। पुलिस ने पूर्व मंत्री अशोक चांदना और विधायक सीएल प्रेमी सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
बूंदी में बुधवार को किसानों की मांगों के समर्थन में कांग्रेसी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में आजाद पार्क में जमा होने लगे। कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस ने भी पुख्ता इंतजाम किए थे। आजाद पार्क में नेताओं की जनसभा के बाद अहिंसा सर्किल पर कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भीड़ के रूप में कलेक्ट्रेट की तरफ बढ़ने लगे तो रास्ते में पुलिस ने बेरिकेट लगाकर रोकने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए वाटर कैनन से पानी की बौछारें फेंकते हुए रोकने का प्रयास किया। इस दौरान काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बन गया। पुलिस सख्ती दिखाते हुए कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास करती रही। इस दौरान कार्यकर्ता पुलिस से उलझते रहे।
कांग्रेस कार्यकर्ता जब पूर्व मंत्री अशोक चांदना के साथ प्रदर्शन करते हुए आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने रोक दिया। वाॅटर कैनन के प्रयोग से अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान पुलिस ने पूर्व मंत्री अशोक चांदना और केशोरायपाटन विधायक सीएल प्रेमी को हिरासत में लिया तो कार्यकर्ता में रोष फैल गया। बाद में नेताओं सहित कार्यकर्ताओं को पुलिस वाहनों में बैठाकर प्रदर्शन स्थल से दूर ले गई। पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन के लिए जुटे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज्य सरकार और भाजपा को निशाने पर लिया।
चांदना ने कहा कि भाजपा भगवान राम के नाम पर राजनीति कर रही है। भगवान राम सबके हैं तो फिर राजनीति क्यों की जा रही है। धार्मिक भावनाओं को भड़का कर लोगों के बीच भाईचारे को खराब किया जा रहा है। राज्य की सरकार ने तीन महीने में केवल युवाओं, किसानों के साथ कुठाराघात किया है। इस दौरान बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है। युवाओं से लेकर किसान परेशान है। अवैध कार्यों पर अंकुश लगाने के नाम पर ट्रैक्टर-ट्रॉली और जेसीबी मशीनों को बंद किया जा रहा है। वहीं, बजरी को लेकर जानबूझकर संकट खड़ा किया जा रहा है। ऐसे में निर्माण संबंधी काम प्रभावित हो रहे हैं, जिसका असर रोजगार पर पड़ रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप