पधारो म्हारे शिल्पग्राम प्रदर्शनी में शहरवासियों ने सराहा दस्तकारों का हुनर

 


जयपुर, 26 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की ओर से जवाहर कला केंद्र में आयोजित 6 दिवसीय 'पधारो म्हारे शिल्पग्राम' राष्ट्रीय प्रदर्शनी का मंगलवार को समापन हुआ। शहरवासियों की मिली सराहना से दस्तकारों के चेहरे खिले दिखाई दिए।

उन्नीस विभिन्न राज्यों से एग्जीबिशन में शामिल होने आए दस्तकारों एवं हस्तशिल्पियों के हुनर को नाबार्ड ने इस मेला प्रदर्शनी के माध्यम से निखारने का प्रयास किया है। कोविड के चलते तीन साल के लंबे अंतराल के बाद नाबार्ड ने भारतीय कलाओं को फिर से उबारने की कोशिशों को नए आयाम देकर सफल किया है।

शिल्पग्राम में पधारो म्हारे शिल्पग्राम राष्ट्रीय प्रदर्शनी में राजस्थान, जम्मू कश्मीर, असम, केरल, पंजाब सहित 19 राज्यों से आने वाले करीब 150 दस्तकारों एवं हस्तशिल्पियों ने हिस्सा लिया। नाबार्ड राजस्थान के मुख्य महा प्रबंधक डॉ.राजीव सिवाच ने बताया कि मेले की 80 से अधिक स्टॉल्स पर रोजमर्रा के उत्पाद, कपड़े, हस्तशिल्प एवं हर्बल प्रोडक्ट, क्ला मिट्टी के बर्तन, पेंटिंग, हैंड ब्लॉक प्रिंट एवं खाद्य पदार्थ प्रदर्शित किए गए जिन्हें अच्छा रेंसपोंस मिला है। प्रदर्शनी में जयपुर की कुंदर मीना कारीगरी, बाड़मेर की पीपली कढ़ाई, श्रीअन्न उत्पाद, टेराकोटा उत्पाद, टांकला दरी, जम्मू कश्मीर के सूखे मेवे, सीतलपति उत्पाद, गुजरात के काठियावाड़ी बीड वर्क, हरियाणा की हस्तनिर्मित दरी, कर्नाटक की हथकरघा साड़ियां, महाराष्ट्र की शुद्ध टसर सिल्क साड़ी, बाड़मेर के एप्लिक वर्क उत्पाद, कारपेट, डेकोरेटिव आइटम्स, राजस्थानी जूती आदि शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप