जयपुर में ‘वेटरन्स ऑनर्स रन’, 21 किमी हाफ मैराथन में धर्मेंद्र पूनिया प्रथम

 






जयपुर, 7 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान की ओर से रविवार सुबह जयपुर में ‘जयपुर वेटरन्स ऑनर्स रन’ का आयोजन किया गया। ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल और रामनिवास बाग क्षेत्र से शुरू हुई इस मैराथन में 21.1 किमी, 10 किमी और 5 किमी की तीन श्रेणियों में बड़ी संख्या में युवाओं, पूर्व सैनिकों और आम नागरिकों ने भाग लिया।

21.1 किलोमीटर की हाफ मैराथन का शुभारंभ सुबह करीब 6 बजे किया गया। इसमें धर्मेंद्र पूनिया ने 1 घंटा 3 मिनट 10 सेकेंड में दौड़ पूरी कर पहला स्थान हासिल किया। धर्मेंद्र वर्तमान में भारतीय सेना में सेवारत हैं और आर्मी इंस्टीट्यूट, पुणे में प्रशिक्षण ले रहे हैं। दस किलोमीटर दौड़ में बनारस की नीता पटेल ने 33 मिनट 11 सेकेंड में दौड़ पूरी कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। भगवती देवड़ा दूसरे और नीता (दूसरी धाविका) तीसरे स्थान पर रहीं। नीता पटेल विशेष रूप से इस मैराथन के लिए बनारस से जयपुर पहुंची थीं।

पांच किलोमीटर की दौड़ में बड़ी संख्या में युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने भी भाग लिया। झुंझुनूं स्थित सैनिक स्कूल के 40 विद्यार्थियों ने भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। विद्यालय के शिक्षक रोमी शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों ने करीब छह माह तक कठिन अभ्यास किया था, जिसका परिणाम आज देखने को मिला। पांच किमी दौड़ में सभी धावक टॉप-30 और 10 किमी दौड़ में भाग लेने वाले छात्र टॉप-50 में रहे। 64 वर्षीय सेवानिवृत्त सूबेदार लादू सिंह, जिनकी तीन माह पूर्व सर्जरी हुई थी, उन्होंने भी पांच किलोमीटर दौड़ में हिस्सा लिया और 24 मिनट में दौड़ पूरी कर सबको प्रेरित किया।

मैराथन के आयोजन को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था में कई परिवर्तन किए गए। सिंधी कैंप से आने-जाने वाली बसों को वैकल्पिक मार्गों से चलाया गया और दिल्ली-आगरा मार्ग से गुजरने वाले भारी वाहनों को अन्य रूट पर डायवर्ट किया गया। यातायात पुलिस की ओर से आमजन से सहयोग की अपील की गई।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के फ्लैग ऑफ के साथ हुई। उन्होंने कहा कि यह ऑनर रन देश के अमर शहीदों और वीर सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि यह केवल एक दौड़ नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि हमारे जवान देश की अमूल्य धरोहर हैं। उनके त्याग और बलिदान के कारण ही देश सुरक्षित है। यह हम सभी का कर्तव्य है कि हम सेना का सम्मान करें और युवा पीढ़ी उनके साहस से प्रेरणा ले। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे फिटनेस, अनुशासन और देशभक्ति को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।

इस अवसर पर दक्षिण पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह तथा पूर्व नौसेना अध्यक्ष एडमिरल माधवेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल