बेरोजगार महासंघ के पूर्व पदाधिकारी बोले, बेरोजगार किसी पार्टी के साथ नहीं

 


जयपुर, 09 नवम्बर (हि.स.)। इस विधानसभा चुनाव में बेरोजगार महासंघ के पूर्व पदाधिकारी एकजुट हो गए हैं। पूर्व पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश के बेरोजगार पार्टियों के घोषणा पत्र देखे बिना किसी भी राजनीतिक पार्टी के साथ नहीं है। बेरोजगार अपनी मांगों को लेकर हमेशा सत्ता पक्ष से लड़ते आए हैं और आगे भी अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।

बेरोजगार महासंघ से जुड़े पूर्व पदाधिकारी हनुमान किसान, हनुमान चौधरी, धनराज और अन्य बेरोजगारों ने बताया कि वे पिछले कई सालों से राजस्थान महासंघ से जुड़े रहे। बेरोजगारों की विभिन्न मांगों को लेकर हुए जयपुर, दिल्ली, लखनऊ और गुजरात में हुए आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। हनुमान चौधरी ने कहा कि सिर्फ बेरोजगार महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव के भाजपा में चले जाने का यह अर्थ नहीं है कि प्रदेश के बेरोजगार भाजपा के समर्थन में है। चौधरी ने कहा कि प्रदेश के लाखों बेरोजगार किसी राजनैतिक पार्टी के साथ नहीं है। मतदान के दौरान वे अपना निर्णय घोषणा पत्र के आधार पर स्वविवेक से लेंगे।

महासंघ के पूर्व पदाधिकारियों ने प्रदेश के बेरोजगारों से अपील की है कि मतदान का फैसला किसी व्यक्ति या पदाधिकारी के कहने से नहीं, बल्कि पार्टियों के घोषणा पत्र और युवाओं के लिए किए गए कार्य और निकाली गई भर्तियों को देखकर अपने विवेक से लेंगे। जिन राजनीतिक पार्टियों ने बेरोजगारों की मांगों को तवज्जो नहीं दी, उन पार्टियों का बहिष्कार करेंगे। हनुमान किसान ने कहा कि प्रदेश के लाखों बेरोजगार किसी व्यक्ति या पार्टी के पीछे नहीं है। राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों की सरकारें रही है। प्रदेश के युवा भाजपा और कांग्रेस दोनों सरकारों के कामकाज की तुलना करेंगे और इसके बाद स्वयं मतदान का निर्णय करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीता कौशल/ईश्वर