सीवरेज चैंबर की गैस रिसने से दो दो सफाई कर्मचारियों की मौत

 


चूरू, 6 अप्रैल (हि.स.)। जिले में दो सफाई कर्मचारियों की सीवरेज चैंबर की गैस के प्रभाव में आने से मौत हो गई। दोनों ने सफाई करने के लिए चैंबर का ढक्कन खोला ही था कि एक कर्मचारी गैस की चपेट में आ गया और चैंबर में गिर गया। दूसरा कर्मचारी उसे निकालने के लिए जैसे ही चैंबर के अंदर की ओर झुका वो भी बेहोश होकर अंदर गिर गया। पास ही काम कर रहे नगरपालिका कर्मियों ने करीब दस मिनट में ही दोनों को निकाल लिया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। मामला सुजानगढ़ शहर के चापटिया तलाई का है।

सभापति प्रतिनिधि इंद्रीश गौरी के मुताबिक, सीवरेज कंपनी के लिए काम करने वाले श्रवण कुमार (41) पुत्र ओमप्रकाश और धर्मेंद्र (34) पुत्र राजकुमार चैंबर्स के रखरखाव का काम देखते थे। शनिवार को भी दोनों अपने काम में लगे थे। श्रवण ने जब चापटिया तलाई के पास बने चैंबर को खोला तो वह गैस की चपेट में आ गया और 18 फीट गहरे चैंबर में गिर गया। धर्मेन्द्र भी हड़बड़ाहट में उसे बचाने की कोशिश में अन्दर गिर गया। थोड़ी दूर ट्रैक्टर पर काम कर रहे उनके साथियों को जब दोनों के अन्दर गिरने का पता चला तो वे दौड़कर बचाने के लिए पहुंचे। चैंबर में पानी भरा होने के कारण पहले नगर परिषद की जेटिंग मशीन से पानी निकाला, जिसमें करीब 10 मिनट लग गए। इस दौरान दोनों सफाईकर्मियों की मौत हो गई।

अचानक हुए हादसे की खबर मिलने पर नगर परिषद कर्मचारी, टीम हारे का सहारा के सदस्य और शहरवासी बड़ी संख्या में घटना स्थल पहुंचे। दोनों को बगड़िया हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। बता दें कि दोनों सफाईकर्मियों के पास सुरक्षा से संबंधी बेल्ट, मास्क और दूसरी चीजें नहीं थी।

वाल्मीकि समाज ने किया प्रदर्शन, रास्ता रोका

हादसे की सूचना पर बगड़िया हॉस्पिटल में भारी भीड़ जमा हो गई। इसके बाद वाल्मीकि समाज के लोगों ने पोस्टमार्टम नहीं करवाने और शव नहीं लेने की घोषणा करते हुए नगर परिषद और सिवरेज कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हॉस्पिटल के सामने करीब एक घंटे तक रास्ता जाम करके रखा। प्रदर्शन के बीच डीएसपी दरजाराम ने वाल्मीकि समाज के लोगों से समझाइश करते हुए रास्ता खुलवाया। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि इस हादसे में जान गंवाने वाले श्रवण कुमार (41) पुत्र ओमप्रकाश निवासी वाल्मीकि बस्ती की शादी आठ साल पहले हुई थी। उसके दो बेटे हैं। वहीं हादसे के दूसरे मृतक धर्मेंद्र (34) पुत्र राजकुमार सरपटा की शादी 5 साल पहले हुई थी, उसकी बेटियां है।

हिन्दुस्थान समाचार/नटवर/संदीप