रणथम्भौर की बाघिन सुल्ताना ने दो शावकों को दिया जन्म
सवाई माधोपुर, 19 दिसंबर (हि.स.)। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व की बाघिन सुल्ताना ने दो शावकों को जन्म दिया है। शावकों के साथ उसकी गतिविधियां सामने आने के बाद वन विभाग ने निगरानी बढ़ा दी है। शावकों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किए जाने के दौरान एहतियातन रणथम्भौर फोर्ट से त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाला मार्ग करीब आधे घंटे तक बंद रखा गया।
वन विभाग के अनुसार शुक्रवार सुबह श्रद्धालुओं ने गणेश धाम मार्ग पर बाघिन की मौजूदगी देखी, जिसके बाद विभाग को सूचना दी गई। जानकारी में सामने आया कि बाघिन सुल्ताना ने मिश्रदर्रा गेट के पास शावकों को जन्म दिया है, जो उसका पसंदीदा प्रजनन क्षेत्र रहा है। पूर्व में भी उसके शावकों का जन्म इसी क्षेत्र की गुफा में हुआ है। जन्म के लगभग एक माह बाद बाघिन अपने शावकों को लेकर अपने टेरिटरी जोन नंबर-1 की ओर शिफ्ट कर रही थी। इसी दौरान वह दुर्ग और गणेश धाम के बीच मार्ग पर दिखाई दी, जिससे सुरक्षा कारणों से करीब ढाई किलोमीटर लंबे रास्ते को अस्थायी रूप से बंद किया गया। शावकों के सुरक्षित रूप से जंगल क्षेत्र में पहुंचने के बाद मार्ग को पुनः खोल दिया गया।
डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि सुल्ताना के शावकों के जन्म के बाद रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में बाघों, बाघिनों और शावकों की कुल संख्या बढ़कर लगभग 73 हो गई है। उन्होंने इसे रिजर्व में बाघ संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।
उल्लेखनीय है कि टी-107 बाघिन सुल्ताना, प्रसिद्ध बाघिन टी-39 की संतान है और उसकी उम्र करीब नौ वर्ष है। वह इससे पहले भी कई बार शावकों को जन्म दे चुकी है। इस बार दो शावकों के जन्म की पुष्टि शिफ्टिंग गतिविधियों के आधार पर हुई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / Chandrashekhar kuntal