जेकेके में साकार हुई बाघों की दुनिया: जेटीएफ में टाइगर के करीब पहुंचे लोग
जयपुर, 27 जुलाई (हि.स.)। इंटरनेशनल टाइगर डे के मद्देनजर राजस्थान हेरिटेज, आर्ट एंड कल्चरल फाउंडेशन की ओर से जवाहर कला केंद्र में आयोजित छठे जयपुर टाइगर फेस्टिवल (जेटीएफ) का शनिवार को उद्घाटन हुआ। गेस्ट ऑफ ऑनर पवन अरोड़ा, डॉ. एस.एस. अग्रवाल चेयरमैन जोधपुर, एम्स, विश्व विख्यात वाइल्ड लाइफ फिल्म मेकर और पांच बार के प्रेसिडेंट अवॉर्ड विजेता एस. नल्लामुथु, पूर्व मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, फेस्टिवल के फाउंडर पेट्रन धीरेन्द्र के गोधा ने दीप जलाकर फेस्टिवल की शुरुआत की।
फेस्टिवल के अंतर्गत अलंकार गैलरी में देश-दुनिया के वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर्स की 200 से अधिक फोटो की प्रदर्शनी लगाई गयी है। फेस्टिवल को लेकर लोगों में उत्साह पहले दिन ही देखते ही बना। बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने प्रदर्शनी विजिट की और बाघों की जिंदगी को करीब से देखा। इस दौरान आईएफएस संग्राम सिंह, सरिस्का टाइगर फाउंडेशन के फाउंडर सेक्रेटरी दिनेश दुर्रानी, रणथंभौर के प्रसिद्ध चित्रकार मुरलीधर पाराशर, नेशनल नेचर सोसाइटी के फाउंडर राजकुमार चौहान आदि गणमान्य भी मौजूद रहे।
सबसे खास बात यह है कि जेटीएफ के दौरान अलंकार गैलरी में बाघों की दुनिया साकार हुई। पहली बार बाघों से जुड़े किसी आयोजन में वीआर तकनीक का प्रयोग कर वन्यजीव प्रेमियों को बाघों की दुनिया में भेजा गया। लोगों ने वीआर शो में जंगल में बाघों की अठखेलियां को देखा और सुखद अनुभव प्राप्त किया। इसी के साथ फेस्टिवल में लाइव टाइगर पेंटिंग, टाइगर स्टोरी, मूवी स्क्रीनिंग, पोस्टल स्टाम्प एग्जीबिशन आदि एक्टिविटी भी की जा रही है।
जेटीएफ के फाउंडर पेट्रन धीरेन्द्र के गोधा ने बताया कि फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य टाइगर के विषय में जागरूकता फैलाना है जिससे जंगल, जानवर, पर्यावरण सभी सुरक्षित रहे। पहली बार जंगल का लाइव एक्सपीरियंस देने के लिए पीवीआर तकनीक का प्रयोग यहां किया गया। जेटीएफ अध्यक्ष संजय खवाड़ ने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी जेटीएफ वन्यजीव प्रेमियों को सुनहरे और सुखद अनुभव प्रदान करेगा। सचिव आनंद अग्रवाल ने बताया कि बड़ी संख्या में बच्चे टाइगर से जुड़े इसलिए स्कूली बच्चों को आमंत्रित किया गया है।
29 जुलाई इंटरनेशनल टाइगर डे पर शाम पांच बजे 'टाइगर टेल्स' टॉक शो होगा। इसमें 5 बार के प्रेसिडेंट अवॉर्ड विजेता और विश्व विख्यात वाइल्ड लाइफ फिल्म मेकर एस. नल्लामुथु, टाइगर मैन के नाम से प्रसिद्ध दौलत सिंह शक्तावत, महाराष्ट्र ईको टूरिज्म बोर्ड की गर्वनिंग काउंसिल के मेंबर और स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड के पूर्व सदस्य सुनील मेहता और मध्य प्रदेश के वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर मनीष कालानी (जिन्होंने बाघिन मछली की फैमिली ट्री पर किताब लिखी है), विचार रखेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश / संदीप