इस वर्ष की विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की थीम है हमें भोजन चाहिए, तम्बाकू नहीं : हानिकारक परिणामों से जागरुक किया
बीकानेर, 30 मई (हि.स.)। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस से एक दिन पूर्व गुरुवार को आचार्य तुलसी कैंसर उपचार एवं अनुसन्धान केंद्र पीबीएम अस्पताल में उपचाराधीन कैंसर मरीजों के साथ आये रिश्तेदारों को तम्बाकू से होने वाले हानिकारक परिणामों की जानकारी प्रदान कर उन्हें जागरूक किया गया।
आचार्य तुलसी केंद्र एवं रिसर्च सेंटर के निदेशक डॉ. एच.एस.कुमार ने बताया कि इस वर्ष की विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की थीम है हमें भोजन चाहिए, तम्बाकू नहीं जो तम्बाकू उत्पादन की जगह खाद्य उत्पादन को बढावा देता है।
रेडियोथेरेपी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. नीति शर्मा ने इस दिवस पर लोगों को बताया कि तम्बाकू सेवन एक गम्भीर समस्या है जो कि हर साल लाखों लोगों की जान लेती है। तम्बाकू के कारण कैन्सर के साथ साथ दिल की गम्भीर बीमारीया व अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धि समस्या भी होती है। इस अवसर पर कैंसर विभाग के आचार्य डॉ. सुरेन्द्र बेनीवाल ने बताया कि यदि आप धूम्रपान करते हो तो न केवल आप अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड करते हो बल्कि आप अपने आस-पास के लोगो का स्वास्थ्य प्रभावित करते हों जिसे पेसिव स्मोकिंग कहते है।
कैंसर अस्पताल के आचार्य डॉ. शंकरलाल जाखड ने इस अवसर पर विभिन्न स्वास्थ संगठनों के मैसेज साझा कियें तम्बाकू किसी भी रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए यह पुरूषों में होने वाले कैन्सर का प्रमुख कारण है इससे इस्तेमाल से बचना चाहिए। अंत में निदेशक डॉ. एच एस कुमार ने उपस्थित लोगों को तम्बाकू छोडने तथा अपने आस-पास के लोगों को बताया कि कैन्सर के प्रारंभिक लक्षण दिखने पर उपयुक्त चिकित्सक से सलाह लेने का सुझाव दिया ओर कहा कि इसका पूर्णतया उपचार संभव हो सकता है। इस क्रम में संस्थान द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर कैंसर एवं तम्बाकू संबधित पोस्टर लगवाये गये।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर