सूरज की किरणें रेगिस्तान में आग बरसा रही, भीषण गर्मी ने थार वासियों का हाल किया बेहाल
बाड़मेर, 24 मई (हि.स.)। बाड़मेर में इन दिनों सूरज आसमान से आग बरसा रहा है। इससे लोगों का घर से बाहर निकला मुश्किल हो गया है। दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा नजर आया और भीषण गर्मी ने थार वासियों का हाल बेहाल किया। इस बीच बार-बार लाइट कटौती से भी लोग परेशान दिखाई दिए। शुक्रवार को अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट हुई। जिसके बाद दिन का तापमान 48.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने शनिवार को भी हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया है।
दरअसल, मई माह में सूरज की किरणें रेगिस्तान में आग बरसा रही है। गुरुवार को अधिकतम तापमान चढ़कर 48.8 डिग्री तक पहुंच गया है। इसके कारण बाड़मेर दुनिया के सबसे गर्म जिलों में दूसरे स्थान पर रहा। जबकि पहले स्थान पर पाकिस्तान का जकोबाबाद शहर रहा, जहां दिन का तापमान 50 डिग्री रहा। इस बीच गर्मी ने मई माह में बीते सात सालों का रिकार्ड तोड़ दिया।
बाड़मेर में शुक्रवार को सुबह से लू व गर्मी का दौर शुरू हुआ, जो दोपहर के समय अपने चरम पर नजर आया। लोग घर से बाहर नहीं निकलें। जरूरी काम होने पर घर से बाहर निकलें तो स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी के अनुसार कपड़ों से मुंह और शरीर को ढक कर निकले, वहीं पानी की बोतल व छाते से अपना बचाव किया। भीषण गर्मी से बचने के लिए बार-बार पानी और नींबू पानी समेत अन्य शीतल पेय पदार्थों का भी सेवन किया।
मार्केट में पसरा सन्नाटा
बाड़मेर की सबसे व्यस्ततम मार्केट स्टेशन रोड पर दोपहर के समय सन्नाटा दिखाई दिया। व्यापारी दुकानों में अकेले बैठे रहे है। व्यापारियों का कहना है कि इस बार गर्मी ज्यादा होने के कारण दोपहर 12 से लेकर 5 बजे तक लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे है। इस वजह से व्यापार पर भी काफी असर पड़ा है। लोग घरों से बाहर ही नहीं निकल रहे है, इससे गारमेंट्स समेत अन्य सामानों की बिक्री पर भी असर पड़ा है।
हीटवेव के रेड अलर्ट के बीच गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। बाड़मेर में साल 2016 में 18 मई को अधिकतम तापमान 49.5 डिग्री पहुंचा था। इसके बाद 48.1 डिग्री दो साल पहले 2022 में दर्ज किया गया था। अब 7 साल का रिकॉर्ड तोड़कर 23 मई को 48.8 डिग्री पारा दर्ज किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/चन्द्रशेखर/ईश्वर