माटी कला दस्तकारों के लिए राज्य सरकार बनाएगी स्पष्ट पॉलिसी

 


जयपुर, 21 सितंबर (हि.स.)। श्रीयादे माटी कला बोर्ड की चतुर्थ गवर्निंग बैठक में हुए निर्णयों का विस्तृत कार्रवाई विवरण जारी किया गया, जिसमें कुम्हार दस्तकारों के लिए विभिन्न तरह के निर्णय लिए गए। ये निर्णय उद्योग भवन स्थित सभा कक्ष में श्रीयादे माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष प्रहलाद राय टाक की अध्यक्षता में संपन्न हुई।

बैठक में परिवर्तित बजट 2024-25 की बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन संबंधी कई निर्णय लिए गए जिसके तहत राज्य के कुम्हार दस्तकारों को इलेक्ट्रिक चाक एवं मिट्टी गूंथने (पग मील) की मशीनों का निशुल्क वितरण किया जाएगा। राज्य के कुम्हार दस्तकारों के लिए पांच करोड़ की लागत से जयपुर में माटी कला सेंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित करने की बजट घोषणा की गई थी, जिसमें प्रशिक्षण, विपणन, माटी कला उत्पादों पर शोध एवं मिट्टी से बनने वाले विभिन्न उत्पादों के बनाने से लेकर पकाने तक की सभी प्रक्रियाओं का प्रत्यक्ष प्रदर्शन करने की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

वर्तमान में राज्य के दस्तकारों को मिट्टी की उपलब्धता एवं मिट्टी के परिवहन संबंधी समस्याओं के स्थाई समाधान की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया, जिसमें राज्य के कुम्हार दस्तकारों के लिए राजस्व विभाग, खनन विभाग एवं राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सामूहिक कमेटी बनाकर स्पष्ट नीति बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाया जाए।

बैठक में बोर्ड द्वारा प्रतिवर्ष माटी उत्सव मनाने संबंधी निर्णय भी लिया गया है जिसमें जिला एवं राज्य स्तर पर उत्कृष्ट माटी कलाकारों को प्रोत्साहित करने हेतु पुरस्कृत / सम्मानित किया जाएगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि राज्य के माटी कला दस्तकारों का बोर्ड द्वारा पंजीकरण कर उनका माटी कला कार्ड नाम से परिचय पत्र बनवाया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश