युगानुरूप संदर्भ में शोध परक अध्ययन आवश्यक: राज्यपाल

 


जोधपुर, 05 दिसम्बर (हि.स.)। राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ बागडे ने शुक्रवार को अपने जोधपुर प्रवास के दौरान लगातार दूसरे दिन तीन विश्वविद्यालयों डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेेद, कृषि तथा एमबीएम विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठकों में शैक्षणिक प्रगति, परीक्षा प्रणाली, नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन, अनुसंधान संस्कृति तथा खेल-सांस्कृतिक गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा हुई।

बैठकों में राज्यपाल ने परीक्षा प्रक्रिया को पूर्णतया पारदर्शी एवं सुरक्षित बनाने, राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर अध्ययन-अनुसंधान को बढ़ावा देने तथा प्रति माह प्रतिष्ठित विद्वानों को आमंत्रित कर विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए ज्ञान-सहभागिता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए।

राज्यपाल ने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए खेल, कला, नेतृत्व कौशल और व्यावहारिक ज्ञान को शिक्षा का अनिवार्य घटक बनाने पर बल दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में खेल मैदान, खेल उपकरण, कला एवं सह पाठ्यक्रम गतिविधियों के उन्नयन तथा आधुनिक खेल सुविधाएं विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने वैश्विक अनुभव के लिए शिक्षकों और विद्यार्थियों को अंतरराष्ट्रीय अकादमिक कार्यक्रमों एवं शोध गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता दोहराई।

कृषि-वानिकी परियोजना प्रक्षेत्र का भ्रमण :

आयुर्वेद विश्वविद्यालय में बैठक के बाद राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व में किए गए 363 खेजड़ी पौधों के सामूहिक वृक्षारोपण के स्थल का पुन: अवलोकन किया और पौधों की संरक्षण व्यवस्था और उनकी वृद्धि की प्रगति की समीक्षा की। वहीं कृषि विवि में समीक्षा बैठक के पश्चात राज्यपाल बागडे ने कृषि-वानिकी परियोजना प्रक्षेत्र का भ्रमण किया। परियोजना अधिकारी डॉ. कृष्णा साहरण ने जैविक एवं प्राकृतिक पद्धति से विकसित किए जा रहे एकीकृत कृषि-वानिकी मॉडलों की जानकारी दी। अंत में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने विश्वविद्यालय परिसर में अशोक का पौधा रोपित कर वृक्षारोपण किया तथा विद्यार्थियों और विश्वविद्यालय परिवार से पर्यावरण संरक्षण को सतत संस्थागत पहचान बनाने का आह्वान किया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश