पंडेर में बजरी माफियाओं के हौसले बुलंद, पुलिस की अस्थाई चौकी को लगाई आग
शाहपुरा, 8 फरवरी (हि.स.)। शाहपुरा जिले के जहाजपुर क्षेत्र के पंडेर थाना क्षेत्र में अवध खनन एवं परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए किए गए पुलिस प्रयासों को धत्ता बताते हुए बनास नदी के अंदर लगाई गई अस्थाई पुलिस चौकी को बजरी माफिया ने जलाकर राख कर दिया। यह चौकी पांच फरवरी को रोकथाम के लिए लगायी गयी थी। पुलिस चौकी पर किये गये इस हमले में वहां किसी के न होने के कारण जनहानि तो नहीं हुई पर बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है कि आखिर अपराधियों के इतने हौंसले बुंलद कैसे हुए कहीं पुलिस की मिलीभगत ही तो नहीं है।
थानाधिकारी शंकर सिंह ने बताया कि बुधवार देर रात एमबीसी के जवान गश्त के लिए नदी के अंदर गए थे तभी कुछ लोगों ने बनास नदी में लगी अस्थाई चौकी को आग के हवाले कर दिया। जिससे कोई हताहत तो नहीं हुआ लेकिन चौकी में रखे जवानों के सभी सामान जलकर राख हो गए। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने चार नामजद़ सहित 25 से 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अपराध करने वालों वालों को पुलिस ढूंढ रही है। इस आग से दो टेंट, चारपाई, व बिस्तर एवं जवानों के कुछ सामान जलकर राख हो गए।
पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के मुताबिक अवैध बजरी खनन की रोकथाम के लिए लगाए गए पुलिस गश्त जाब्ता को चेक करने बनास नदी मे पहुचा देखा तो पुलिस गश्त जाब्ता के रुकने के लिये लगाये गये अस्थाई टेन्ट मे आग लगी हुई थी। पुलिस जीप को देख कर आग लगाने वाले लोग बनास नदी मे पैदल पैदल भागने लगे। जिनकी पहचान राजू मीणा (पैडेवाला), सन्तकुमार पुत्र सोराज मीणा, पप्पू लाल पुत्र धर्मराज गुर्जर, पीरु पुत्र मूलचन्द गुर्जर निवासी गांगीथला के रुप मे पहचान हुई। इनको नामजद करने के साथ ही अन्य करीब 25-30 व्यक्ति थे जिनको अन्धेरा होने से पहचान नही हो सकी। बताया गया है कि सभी आरोपित अन्धेरे का फायदा उठा कर नदी में भाग गये। जाब्ता की मदद से अस्थाई टेन्ट में लगी हुई आग को बुझाया गया। जलते हुए अस्थाई टेन्ट की विडियोग्राफी की गयी। पंडेर थाना में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान भागचन्द के प्रारम्भ किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/मूलचन्द/संदीप