तन सिंह एक व्यक्ति नहीं- एक विचार थे : शेखावत
नई दिल्ली/ जयपुर , 28 जनवरी (हि.स.)। श्री क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक तन सिंह जी के जन्म शताब्दी समारोह में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने उनका संदेश दोहराने और हर जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। अपने उद्बोधन में शेखावत ने कहा कि तन सिंह केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचार थे। वो विचार रूप में हम सबके बीच में हमेशा-हमेशा के लिए अमर हैं। उस विचार को प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी भी हम सब की है।
रविवार को नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित समारोह में शेखावत ने कहा कि तन सिंह ने केवल अपनी चिंता नहीं की, बल्कि समाज के अन्य लोगों की चिंता भी की। विशेषकर उनकी, जो पंक्ति में उनसे पीछे खड़े थे। जो मेरा है, उसके लिए करना, मेरा दायित्व है, मेरा कर्तव्य है, मेरी जिम्मेदारी है, इस बोध के साथ वो आगे बढ़े। उसका परिणाम है कि 100 साल बाद में भी हम सब आज एकत्रित होकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
शेखावत ने कहा कि अभी हाल में भगवान श्रीराम का मंदिर बना। हम सबने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का स्मरण किया। भगवान श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, वो आदर्श हैं, लेकिन हमारे लिए गर्व की बात है कि वो हमारे पूर्वज भी हैं। उनके आदर्शों के अनुरूप आचरण और व्यवहार करने की जिम्मेदारी अगर पहले किसी की है तो क्षेत्रीय समाज के लोगों की है। हमको उसके अनुरूप आचरण करते हुए जीवन जीने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज के डीएनए में कुछ खास है। कुछ न कुछ विशिष्टता अवश्य होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसे समय में जब आज हमारा देश परिवर्तित हो रहा है। इस देश में जब कभी भी सकारात्मक परिवर्तन हुआ है, तब क्षत्रिय शक्ति ने उस परिवर्तन को साकार करने में अपना एक अमिट योगदान किया।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर