शाहपुरा जिले के बिशनिया गांव के विद्यालय में अंधविश्वास-स्कूल में भूत भगाने के नाम पर ग्रामीणों ने जलाई ज्योत

 
















शाहपुरा, 13 फरवरी (हि.स.)। शाहपुरा जिले के बिशनिया ग्राम में आजादी के 75 वर्ष के बाद भी समाज में अंधविश्वास दिख रहा है। इसकी एक बानगी कोटड़ी उपखंड के बिशनिया स्थित सरकारी स्कूल में देखने को मिली है। दो दिन पूर्व यहां भूत भगाने के नाम पर स्कूल में ज्योत जलाई गई। इसका वीडियो वायरल होकर सामने आने पर शाहपुरा जिला कलेक्टर एवं भीलवाड़ा के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने संज्ञान लेकर जांच के आदेश दिए हैं।

शाहपुरा जिले के कोटड़ी उपखंड क्षेत्र की बिशनिया गांव के सरकारी स्कूल में अंधविश्वास की एक बानगी देखने को मिली। राजकीय सीनियर स्कूल में भूत की आशंका के चलते ग्रामीणों ने विद्यालय के कमरे में पूजा अर्चना की है साथ ही ज्योत जलाइ। इसका वीडियो सामने आने के बाद शाहपुरा के जिला कलेक्टर टीसी बोहरा एवं भीलवाड़ा के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं।

मामला इस प्रकार से बताया गया है कि बिशनिया की सरकारी स्कूल में अध्यनरत कुछ छात्र पिछले साल बीमार पड़ गए थे। इस बार भी एक 11वीं कक्षा की छात्रा बीमार हो गई। जो अजीबोगरीब हरकतें करने लगी थी। इसी के चलते लोगों को विद्यालय में प्रेत आत्मा का साया होने का अंदेशा होने लगा। इसके बाद अंधविश्वास के तहत गांव के ग्रामीण एकत्रित हुए और बाजार बंद रखकर गांव में स्थित माता के मंदिर की विशेष पूजा अर्चना की। वहां से ग्रामीण विद्यालय परिसर में ढोल की थाप के साथ गए और कबाड़ से भरे कमरे को खोलकर नारियल अगरबत्ती के साथ ज्योत जलाई और पूजा अर्चना की. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।

शाहपुरा के जिला कलेक्टर टीसी बोहरा ने इस मामले में कोटड़ी के ब्लाॅक मुख्य शिक्षा अधिकारी को मौके पर पहुंच कर जांच कर तथ्यात्मक रिपोर्ट देेन तथा ग्रामीणों से वार्ता कर अंधविश्वास के खिलाफ जागरूक करने के निर्देश दिये है।

वायरल वीडियो के बाद भीलवाड़ा जिले के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी योगेश कुमार पारीक ने इस मामले में संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि कोटड़ी उपखंड क्षेत्र के बिशनिया राजकीय सीनियर उच्च माध्यमिक विद्यालय के स्कूल के कमरे में नारियल व ज्योत जलाने का वीडियो सामने आया है। वीडियो के आधार पर पर क्षेत्र वासियों से मैं आह्वान करना चाहता हूं कि ऐसी चीजों पर विश्वास न करें। विद्यालय एक शिक्षा का मंदिर है, उसमें पढ़ाई ही होती है। पढ़ाई के अलावा कुछ नहीं होता है। यह सिर्फ अंधविश्वास है। इसके लिए मैंने शाहपुरा जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश दिए हैं। इसकी सत्यता की जांच कर तुरंत रिपोर्ट सौंपी जाए। विद्यालय की संस्था प्रधान को भी निर्देश दिए गए हैं कि जल्द ही शाला विकास समिति की बैठक लेकर सभी लोगों को जागरूक करें।

हिन्दुस्थान समाचार/मूलचन्द पेसवानी/ईश्वर