सुधांशु महाराज ने गुलाबी नगर वासियों को दिया 'गणेश-लक्ष्मी महायज्ञ' में आने का न्यौता
जयपुर, 22 सितंबर (हि.स.)। विश्व जागृति मिशन (विजामि) के संस्थापक और देश के जाने-माने आध्यात्मिक संत आचार्य श्री सुधांशुजी महाराज के पावन सानिध्य में आगामी 16 से 19 अक्टूबर तक नई दिल्ली स्थित आनंद धाम आश्रम में 'गणेश-लक्ष्मी महायज्ञ' का आयोजन किया जाएगा। इस यज्ञ में शामिल होने के लिए सुधांशु महाराज का संदेश लेकर आए विश्व जागृति मिशन के रामचरित मानस के प्रवक्ता आचार्य अनिल झा ने रविवार को आदर्श नगर में सोमेश्वर महादेव मंदिर स्थित के जयपुर मंडल कार्यालय में आयोजित विशेष कार्यक्रम में गुलाबी नगर वासियों को इस यज्ञ में शामिल होने का न्योता दिया। इस मौके पर प्रसारित विशेष वीडियो संदेश के माध्यम से आचार्य सुधांशु महाराज ने कहा कि पिछले 23 सालों से आनंद धाम आश्रम में दीपावली से पहले शरद पूर्णिमा के अवसर पर इस विशेष यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ज्योति पर्व से पहले आने वाले इस कालखंड में ईश्वर वरदानों की बरसात करता है, ऐसे में यज्ञ के माध्यम से गणपति और लक्ष्मी की आराधना से साधकों की मुरादे पूरी होती है और जीवन में प्रगति के नए रास्ते खुलते हैं।
विजामि प्रमुख सुधांशु महाराज के शिष्य आचार्य श्री अनिल झा ने कार्यक्रम में अपने उद्बोधन में कहा कि अगर आप जीवन में सदैव ऊपर ओर बढ़ना चाहते है तो यज्ञ अवश्य करे। यज्ञ को सर्वश्रेष्ठ कर्म बताते हुए उन्होंने ब्रह्म यज्ञ, देव यज्ञ और ज्ञान यज्ञ के बारे में भी चर्चा की। झा ने रामचरित मानस की चौपाई 'जिमि सरिता सागर महुं जाही जद्यपि ताहि कामना नाहीं।' की व्याख्या करते हुए बताया कि सुख संपत्ति और समृद्धि का यह स्वभाव होता है कि वे धर्मशील व्यक्ति की ओर स्वयं चलकर पहुंचती है। उन्होंने दया, क्षमा, परोपकार, सत्य और समदृष्टि को धार्मिक व्यक्ति के लक्षण बताते हुए कहा कि अगर आप दूसरों की गलतियों को क्षमा करने वाले और जीवन में ब्रेक का उपयोग करने वाले है तो धार्मिक है। धार्मिक व्यक्ति जीवन में नाजुक मौकों पर अपने क्रोध और स्वार्थ पर नियंत्रण स्थापित करने हुए 'ब्रेक' का उपयोग करना जानता है।
कार्यक्रम में रामचरित मानस के प्रवक्ता आचार्य अनिल झा का जयपुर मंडल के प्रधान मदनलाल अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नारायण दास गंगवानी, सचिव द्वारका प्रसाद मुटरेजा, महामंत्री दिनेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष गोपाल बजाज, आचार्य मोहन लाल शास्त्री और आचार्य विष्णु कुमार शर्मा सहित पदाधिकारियों का अभिनंदन किया। आनंद धाम आश्रम से आए आचार्य हरिदर्शन तिवारी, आचार्य विशाल और ओम प्रकाश का भी सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में जयपुर मंडल द्वारा 'परिवार जोड़ो अभियान' के तहत संचालित 'बाल संस्कार केन्द्र' के तहत अलका अरोड़ा, इंदु भार्गव, मंजू बजाज, फूल मुटरेजा, सीमा भाटिया और बेला माथुर के निर्देशन में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बालक-बालिकाओं ने 'राम सेतु' के निर्माण में गिलहरी के योगदान के प्रसंग को लघु नाटिका में मंचित करते हुए सबका मन जीत लिया। बालक-बालिकाओं ने भगवान राम, लक्ष्मण, सीता माता, हनुमानजी, वानर एवं भालू दल तथा गिलहरी की भूमिका को नाटिका में दर्शाने के लिए आकर्षक वेशभूषा धारण की, वहीं राम नाम लिखे प्रतीकात्मक पत्थर भी आकर्षण का केन्द्र रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित