सांवलियाजी में उमड़े इतने श्रद्धालु कि पहली बार दिन में रोकनी पड़ी भंडार की गणना

 


चित्तौड़गढ़, 1 सितंबर (हि.स.)। जिले के मंडफिया कस्बे में स्थित प्रसिद्ध कृष्णधाम श्री सांवलियाजी में भगवान श्री सांवलिया सेठ का दो दिवसीय मासिक मेला रविवार से शुरू हुआ। रविवार को कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को भगवान श्री सांवलिया सेठ की राजभोग की आरती के बाद ठाकुरजी का भंडार खोला और चढ़ावा राशि की गणना शुरू की। लेकिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ie पहुंचने के कारण चढ़ावा राशि की गणना को दिन में ही रोकना पड़ गया। वैसे तो भंडार की गणना पांच चरणों (पांच दिन) में होती है। लेकिन यह पहला मौका था जब भंडार खुलने के कुछ ही समय बाद भंडार की गणना को रोकना पड़ा। अब चढ़ावा राशि की गणना मंगलवार या इसके बाद से शुरू होगी।

जानकारी के अनुसार हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दर्शी से भगवान सांवलिया सेठ का दो दिवसीय मेला शुरू होता है। मेले के पहले दिन रविवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं के आने का क्रम शुरू हो गया। मंदिर में ठाकुरजी की राजभोग की आरती के बाद भदेसर उपखण्ड अधिकारी विजयेश कुमार पाण्डया, मंदिर मंडल बोर्ड के अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर, बोर्ड सदस्य संजय कुमार मण्डोवरा, अशोक कुमार शर्मा आदि की मौजूदगी में ठाकुरजी का भंडार खोला गया। भंडार से चढ़ावा राशि निकाल कर नोटों की छटनी का काम शुरू हुआ। लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी बढ़ गई कि दर्शन के लिए कतार काफी लंबी हो गई। मंदिर के जिस क्षेत्र में भंडार की गणना होती है, सामान्य दिनों में यहां से भी श्रद्धालु दर्शन करते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुवे चढ़ावा राशि की गणना को रोक कर दर्शन की सुविधा को शुरू किया गया। यहां श्रृद्धालुओं की अधिक संख्या होने से राशि की गणना व दर्शन व्यवस्था दोनों एक साथ संभव नहीं होने से मंगलवार तक के लिए राशि की गणना को रोक दिया गया। इधर, सांवलियाजी मंदिर में वर्षों पुरानी परम्परा के अनुसार प्रतिमाह की अमावस्या को भगवान श्री सांवलिया सेठ के दरबार में विशाल ब्रह्मभोज का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में सोमवार को अमावस्या पर्व पर स्थानीय देवकी सदन धर्मशाला परिसर में विशाल ब्रह्मभोज महाप्रसादी का आयोजन किया जाएगा। रविवार की स्थिति को देखते हुवे सोमवार को भी महाप्रसादी में श्रद्धालुओं के रिकॉर्ड संख्या में पहुंचने की उम्मीद है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल