विधानसभा अध्यक्ष ने दिलाया जिला स्तरीय पडोस युवा संसद कार्यक्रम में युवाओं को एक, श्रेष्ठ और अखण्ड भारत का संकल्प
जयपुर, 28 फ़रवरी (हि.स.)। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि आज का युवा भविष्य का नहीं बल्कि आज का नागरिक है। युवा भारतीय संस्कृति पर गर्व करें। युवा सपने देखें, अपना लक्ष्य तय करें और उसी के अनुरूप अपने जीवन को बनाने का प्रयास करें। देवनानी ने यह विचार बुधवार को जयपुर में नेहरू युवा केंद्र द्वारा आयोजित जिला स्तरीय पड़ोस युवा संसद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रकट किए। देवनानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर युवा संसद का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि भारत का भविष्य उज्ज्वल है। भारत विश्व गुरु है और रहेगा। विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने में सभी को सक्रिय सहभागिता निभानी है।
उन्होंने कहा कि युवा जीवन में अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहे। विपरित परिस्थितियों को बदलने का सामर्थ्य युवाओं में होता है। युवा स्वामी विवेकानन्द के आदर्श को हमेशा याद रखें। युवा उठे, जागे और तब तक नहीं रूके जब तक उन्हें लक्ष्य की प्राप्ति ना हो। युवाओं को आत्म, निर्भर बनने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वावलम्बी बने और भ्रष्टाचार मुक्त भारत को बनाने में सहभागी बने। देवनानी ने कहा कि युवा संसद में युवा कानून कैसे बनते है उस व्यवस्था को समझे। सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष के क्या काम होते हैं उन्हें जाने। देवनानी ने कहा कि सत्ता् और प्रतिपक्ष दोनों में समन्वय होना चाहिए। इसके लिए दोनों तरफ लोकतंत्र की समझ और सोच की आवश्यकता होती है। शिक्षा, सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण सहित विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करें। प्रत्येक युवा नई शिक्षा नीति का अध्ययन करें। अपने कार्यों को युगानुकूल और देशानुकूल बनाये।
देवनानी ने कहा कि कल्पनाशील आकांक्षाओं को साकार करने और विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए मेरा युवा भारत (माय भारत) प्लेटफार्म युवाओं के लिए सशक्त मंच है। युवा इस पोर्टल से जुडे और विकसित भारत के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। समारोह में विधायक गोपाल शर्मा ने कहा कि देश में युवाओं की संख्या 65 प्रतिशत है। लोकतंत्र का भावी स्वरूप युवा पीढी है। लोकतंत्र में युवा की विशेष भूमिका होती है। दुनिया के समक्ष राष्ट्र की ताकत युवा है। उन्हों ने कहा कि हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोकर रखना है। लोकसभा और राज्यसभा की परिकल्पना वेदों के समय से है। उस समय ये दोनों सभा और समिति के नाम से जाने जाते थे। समारोह में वरिष्ठ पत्रकार गुलाब बत्रा ने कहा कि देश में बदलाव लाने की शक्ति युवा पीढ़ी में है। समारोह को पण्डित सुरेश मिश्रा, राधेश्याम मेहता और महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने भी सम्बोधित किया।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर