मंदिर की चौखट लांघ रथ पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकले श्याम सरकार
सीकर, 20 मार्च (हि.स.)। हाथों में ध्वजा और जुबां पर बाबा श्याम के जयकारे। रथ यात्रा की एक झलक पाने को आतुर भक्त और श्याम सरकार के जयकारों से गूंजती खाटूनगरी। कुछ ऐसा ही नजारा बुधवार को बाबा श्याम के मुख्य मेले में देखने को मिला। बुधवार दोपहर बाबा श्याम मंदिर की दहलीज लांघ रथ पर सवार होकर अपने भक्तों को दर्शन देने निकले। बाबा श्याम की सवारी मंदिर परिसर से रवाना हुई। यात्रा मुख्य बाजार, महिला श्याम कुण्ड, शनि मंदिर होते हुए यह सवारी अस्पताल चौराहे से होकर कबूतरिया चौक पर पहुंची। मंगलवार को दशमी पर चार लाख से अधिक भक्तों ने दर्शन किए। मुख्य मेले में पांच लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं के खाटू पहुंचने की उम्मीद है।
दशमी के दिन बाबा श्याम को गुलाब के इत्र से स्नान करवाकर लाल गुलाब के फूलों से सजाया गया। एकादशी पर भी बाबा श्याम का विशेष श्रंगार किया गया। एकादशी के दिन बाबा श्याम को विशेष श्रंगार के साथ 56 भोग लगाया गया। इसके बाद खाटूश्यामजी ने एक घंटे तक नगर भ्रमण किया। इस दौरान हजारों की संख्या में भक्त भजनों पर झूमते रहे। बाबा पर श्रद्धालुओं ने जमकर गुलाल भी उड़ाया। रथयात्रा के मार्ग पर बाबा श्याम पर फूलों की बारिश की गई। निर्धारित समय से करीब एक घंटे देरी से शुरू हुई यात्रा में रथ को खींचने के लिए भी भक्तों में खासा उत्साह दिखा। फूलों से सजे बाबा के रथ की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालु घंटों तक इंतजार करते रहे। रथयात्रा में बाबा श्याम का खजाना भी भक्तों पर लुटाया गया। आज मुख्य मेले के लिए मंदिर में जिगजैग लाइन भी शुरू की गई हैं। श्रद्धालुओं को यहां करीब 17 किलोमीटर चलना पड़ रहा है। उसके बाद ही वे गर्भगृह के सामने पहुंच रहे हैं। इस साल 11 मार्च से मेले की शुरुआत हुई है। मेले में अब तक करीब 25 लाख लोग खाटू नरेश के दर्शन कर चुके हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित