स्कूल शिक्षा परिषद् व हेमा फाउण्डेशन संयुक्त रूप से विद्यार्थियों को देंगे जीवन मूल्यों की शिक्षा
जयपुर, 24 जुलाई (हि.स.)। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देशन में राज्य के विद्यार्थियों में संस्कारों के सृजन के लिए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् तथा हेमा फाउण्डेशन, आरआर ग्लोबल की ईकाई के बीच बुधवार को एमओयू किया गया। एमओयू का उद्देश्य नैतिक मूल्यों की ज्योति को प्रभावी एवं सशक्त रूप से योजनाबद्व एवं चरणबद्व तरीके से प्रत्येक विद्यालय, शिक्षक एवं विद्यार्थी तक पहुंचाना है।
इस अवसर पर राज्य परियोजना निदेशाक एवं आयुक्त अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि वर्तमान समय की प्रासंगिकता के मद्देनजर विद्यार्थियों को बौद्विक, नैतिक, भावात्मक, सामाजिक एवं जीवन कौशल आधारित मूल्यों की शिक्षा दी जानी आवश्यक है, जिसके परिणाम हमें आने वाले वर्षों में दिखाई देंगे। उन्होंने बताया कि एमओयू के तहत राज्य के पीएमश्री विद्यालयों में कक्षा 3 से 12वीं तक के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से समन्वय स्थापित करते हुए प्रति वर्ष 50 जीवन मूल्यों को वेब पोर्टल के माध्यम से प्रत्येक विद्यार्थी तक पहुंचाया जाएगा। इस प्रकार तकनीकी द्वारा जीवन मूल्यों की पहुंच सुनिश्चित होगी। राजस्थान में बच्चों में आवश्यक जीवन मूल्यों को विकसित करने के लिए हेमा फाउण्डेशन की पहल सराहनीय है।
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् की ओर से राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अविचल चतुर्वेदी एवं हेमा फाउण्डेशन की ओर से महेन्द्र काबरा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक सुरेश कुमार बुनकर, उपनिदेशक एस एन गोयल, सहायक निदेशक स्नेहलता शर्मा व हेमा फाउण्डेशन से शिप्रा काबरा, मानाराम जाखड़, मन कुमार सहित राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / संदीप