एम्स और मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर
जोधपुर, 13 अगस्त (हि.स.)। कोलकाता में एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर से रेप व मर्डर की घटना के विरोध में जोधपुर में भी जोधपुर एम्स और डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज से जुड़े रेजिडेंट चिकित्सकों ने हड़ताल कर दी है। राजस्थान समेत देशभर के डॉक्टरों ने इस घटना की कड़ी निंदा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। जोधपुर में हड़ताल से चिकित्सकीय सेवाएं बाधित हुई।
कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ रेप और उसके बाद मर्डर के विरोध में जोधपुर में मंगलवार को मेडिकल कॉलेज और जोधपुर एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार कर दिया। एम्स के सभी विभागों के रेजिडेंट डॉक्टर, सीनियर रेजिडेंट सहित प्रशिक्षु डॉक्टर्स अपने विभागों से दूर रहे। इमरजेंसी की सेवाओं को छोड़ कर ओपीडी, आईपीडी सहित अन्य जगहों पर रेजिडेंट डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं गए। ऐसे ही हालात डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज से संबद्ध महात्मा गांधी, मथुरादास माथुर, उम्मेद और केएन टीबी एंड चेस्ट हॉस्पिटल में रहे। यहां ओपीडी आईपीडी में रेजिडेंट डॉक्टरों ने सेवाएं नहीं दी। हड़ताल की वजह से सिर्फ इमरजेंसी और आईसीयू में सेवाएं प्रभावित नहीं हुई। इस हड़ताल का मुख्य उद्देश्य कोलकाता में डॉक्टर की रेप व हत्या मामले में निष्पक्ष जांच व भविष्य में रेजिडेंट डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग है।
रेजिडेंट डॉक्टरों ने बताया कि कोलकाता की घटना को लेकर पूरे चिकित्सा जगत में विरोध है इसलिए एक दिन का कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। इस दौरान इमरजेंसी के अलावा सभी सेवाओं से रेजिडेंट डॉक्टर दूर रहे। जोधपुर एम्स के डॉक्टर की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अनुसार पीडि़ता के परिवार को पर्याप्त मुआवजा देेने, सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में डॉक्टर की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रबंध करने. कोलकाता मामले में मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार अधिकारियों के इस्तीफे लेने और पूरे घटनाक्रम की पारदर्शिता से जांच करने की मांग है।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश / संदीप