उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य तीव्र गति से प्रगति पर

 


उदयपुर, 2 अगस्त (हि.स.)। रेलवे द्वारा उदयपुर सिटी स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त करने के लिए पुनर्विकास कार्य युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। इस कार्य को लगभग 354 करोड़ रुपये की लागत के साथ किया जा रहा है। उदयपुर सिटी स्टेशन के पुनर्विकास के कार्य को अक्टूबर 2025 तक पूर्ण किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

स्टेशन के पुनर्विकास के अंतर्गत बिल्डिंग निर्माण में मेवाड़ क्षेत्र की परंपरा व आधुनिक वास्तुकला और विरासत का मिश्रण किया गया है। बिल्डिंग का मुख्य भाग उदयपुर क्षेत्र की स्थानीय विरासत के अनुरूप होगा तथा राजस्थान की समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करेगा।

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार महाप्रबन्धक अमिताभ के दिशा निर्देशन में उत्तर पश्चिम रेलवे पर स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य मिशन मोड पर किया जा रहा है। इसी क्रम में उदयपुर सिटी स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य भी लक्ष्यानुसार किया जा रहा है।

कैप्टन शशि किरण के अनुसार उदयपुर सिटी स्टेशन के पुनर्विकास के अंतर्गत वर्तमान में द्वितीय प्रवेश द्वार की ओर स्थित स्टेशन भवन को पूरी तरह से तोड़ कर नई बिल्डिंग के आरसीसी फ्रेम व बेसमेंट का संरचनात्मक कार्य पूर्ण कर लिया गया है और फिनिशिंग का कार्य जारी है। स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार की बिल्डिंग का संरचनात्मक कार्य, नया आरपीएफ थाना सहित अन्य निर्माण कार्य किए जा रहे हैं।

द्वितीय प्रवेश द्वार की ओर स्थित मौजूदा पार्किंग को वैकल्पिक स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके साथ ही सर्कुलेटिंग एरिया में स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा को वैकल्पिक स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।

उदयपुर सिटी स्टेशन पर पुनर्विकास कार्यों के अन्तर्गत अनेक यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी जिसमें प्रस्थान ब्लॉक में (क्लॉक रूम, पूछताछ, शौचालय, बैगेज स्कैनर, एक्सेस कंट्रोल गेट, कियोस्क) और आगमन ब्लॉक में (टिकट काउंटर, शौचालय, पर्यटक सूचना केंद्र, एक्सेस कंट्रोल गेट, रेलवे कार्यालय, सीसीटीवी रूम, सर्वर रूम, बेबी केयर रूम, कुली कक्ष, टिकट काउंटर, पूछताछ, बैगेज स्कैनर, प्रीमियम रिटायरिंग रूम) इत्यादि शामिल हैं।

उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन को लगभग 40,000 यात्री प्रतिदिन की क्षमता के लिए डिज़ाइन किया गया है। विशाल रूफ प्लाजा/कॉनकोर्स जो दोनों तरफ की इमारतों और सभी प्लेटफार्मों को जोड़ेंगे, इसका आकार 56 मीटर गुना 72 मीटर होगा और जिसमें एक ही स्थान पर रिटेल शॉप, कैफेटेरिया, षॉपिंग सेन्टर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध होगी। अधिक यात्री भार को ध्यान में रखते हुए 1000 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होगी साथ ही एग्जीक्यूटिव लाउंज, पर्यटक सूचना केंद्र, और फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं भी विकसित की जा रही है।

इस कार्य के अंतर्गत स्टेशन पर लगभग 86,000 वर्ग मीटर क्षेत्र का विकास किया जाएगा जिसमें पूर्व और पश्चिम स्टेशन भवन, कार्यालय, कॉनकोर्स, बेसमेंट, पार्किंग क्षेत्र, प्लेटफॉर्म और ट्रैक पर छत भी शामिल हैं। लगभग 9000 वर्गमीटर क्षेत्र में नए प्लेटफॉर्म शेल्टर, यात्रियों के लिए 20 लिफ्ट और 26 एस्केलेटर लगाए जाएंगे।

स्टेशन के दोनों तरफ पार्किंग की सुविधा प्रदान की जाएगी जिसमें बेसमेंट में 11,433 वर्गमीटर पार्किंग विकसित की जाएगी जहां पर एक साथ 600 फोर व्हीलर, 200 ऑटो रिक्षा और 270 टू व्हीलर खड़े किए जा सकेंगे।

झीलों की नगरी उदयपुर स्टेशन का संपूर्ण पुनर्विकास इसकी भव्य और आकर्षक बिल्डिंग को देखने मात्र से नजर आएगा व पूरी परियोजना में निर्माण के साथ-साथ संचालन और रखरखाव के दौरान ऊर्जा खपत में कमी के लिए सुविधाओं के साथ ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं होंगी, जो नवीनीकरणीय ऊर्जा के साथ कचरे के प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन आदि जैसे संसाधनों युक्त होंगी।

हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता / संदीप