राम मंदिर से होगा देश का आर्थिक विकास और बढेगी आपसी सद्भावना: इंद्रेश कुमार

 


जयपुर, 18 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार गुरुवार को जयपुर पहुंचे और हिमालय परिवार एवं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा महेश नगर में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लिया। इंद्रेश कुमार ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राम मंदिर, हिंदू मुस्लिम एवं वर्तमान परिस्थितियों पर अपने विचार रखे। उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम समाज में एकता रखते हुए देश हित के कार्य करने की अपील की। उन्होंने का कि राम मंदिर से देश का आर्थिक विकास होगा और आपसी सद्भावना बढेगी।

उन्होंने बाईस जनवरी को अयोध्या में होने वाले श्री राम मंदिर मूर्ति प्रतिष्ठा महोत्सव पर घर-घर दीया जलाने के संबंध में कुछ लोगों द्वारा आपत्ति उठाई जाने पर भी बात रखी । अयोध्या के श्री राम मंदिर पर विपक्षी नेताओं के रुख पर स्वयंसेवक इंद्रेश कुमार ने कहा कि कुछ लोग राम मंदिर के विरोध की राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस और अन्य दलों का कहना है कि वह प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाएंगे, लेकिन अब उनके नेता ही मंदिरों में जा रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को एहसास हुआ कि वह गलती कर रहे हैं इसलिए उन्होंने कामाख्या मंदिर में शिव पूजा की घोषणा की। वहीं आप पार्टी के नेता हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन कर रहे है। समाजवादी पार्टी ने अपनी पार्टी के सदस्यों से सनातन पर टिप्पणी करने से परहेज करने को कहा है। फारूक अब्दुल्ला की पार्टी कह रही है कि वह राम के कारण हैं। उन्होंने शंकराचार्य से भी तीर्थ न्यास को आशीर्वाद देने का अनुरोध किया। डॉ. इंद्रेश कुमार ने कहा कि राम मंदिर बनने से पर्यटन क्षेत्र को भी लाभ होगा और इससे लाखों लोगों के लिए रोजगार के अवसर बनेंगे और साथ ही आर्थिक हालात मजबूत होगी।

डॉ. इंद्रेश कुमार ने मथुरा और ज्ञानवापी जैसे विवादित मामलों का न्यायपालिका के जरिये रास्ता निकलने की बात कही। डॉ. इंद्रेश कुमार ने कहा की इन विवादों से हटकर अब लोग इस सत्य को ढूंढ़ने में लगे हैं कि उनके पूर्वज कौन थे। अब कई मुस्लिम का मानना है कि उनके पूर्वज हिन्दु थे, यह विषय पूरी दुनिया में बना हुआ है।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप