स्वयं परीक्षा दें अभ्यर्थी, डमी का नहीं लें सहारा- कर्मचारी चयन बोर्ड

 




जयपुर, 14 दिसंबर (हि.स.)। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड अध्यक्ष मेजर जनरल आलोक राज ने अभ्यर्थियों एवं अभिभावकों को आगाह किया है कि वे परीक्षा स्वयं ही दे और डमी का सहारा न लें, नहीं तो अभ्यर्थी और उसके साथ शामिल सभी व्यक्तियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही की जाएगी तथा नये कानून के अनुसार इसकी सभी को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि युवा, पेपर लीक नकल एवं डमी का उपयोग आदि अन्य ऐसे चयन के गलत तरीकों से दूर रहें। बोर्ड चाहता है कि युवा वर्ग के परिवारजन अभ्यर्थियों को सही राह दिखायें एवं गलत तरीके अपनाकर अपना जीवन बर्बाद करने से बचाए।

उन्होंने कहा कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड शिकायतों की जांच जारी रखेगा एवं फर्जी प्रकरणों की सक्षम स्तर पर जांच करवाकर कठोर कानूनी कार्यवाही अमल में लायेगा ताकि सिर्फ काबिल अभ्यर्थियों का ही चयन हो सकें ताकि ऐसी अपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाकर नकल माफियाओं पर नकेल कसी जा सके।

बोर्ड सचिव संजय कुमार माथुर ने बताया कि बोर्ड कुछ को गोपनीय सूचनाए प्राप्त हुई है कि शारीरिक शिक्षक भर्ती परीक्षा-2022, अध्यापक सीधी भर्ती परीक्षा लेवल 1 एवं 2 में कुछ अभ्यर्थियों द्वारा अपने स्थान पर डमी अभ्यर्थी की फोटो लगाकर परीक्षा दिलवाई एवं स्वंय परीक्षा में चयनित हो गये है अथवा चयनित होने का प्रयास किया। ऐसे छह नये मामले और सामने आये जिनमें अभ्यर्थियों ने ग्राम विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा-2021, पटवार भर्ती परीक्षा-2021, समान पात्रता परीक्षा (स्नातक स्तर)-2022 एवं कनिष्ठ अभियंता भर्ती परीक्षा-2020, अध्यापक सीधी भर्ती परीक्षा लेवल 1 एवं 2 आदि परीक्षाओं में पहले भरे गये फॉर्म से फोटो का मिलान करने पर पाया गया कि अपने स्थान पर कुछ भर्तियों में डमी अभ्यर्थियों के फोटो को अपलोड कराया एवं उनसे परीक्षा दिलायी, इस प्रकार डमी अभ्यर्थियों के बूते पर चयनित भी हो गये। संदेह के आधार पर छह अभ्यर्थियों के विरूद्ध पुलिस थाना सांगानेर जयपुर में अपराध पंजीबद्ध करवाया गया। इसके पहले 10 अक्टूवर 2023 को बोर्ड ने 15 अभ्यर्थियों के खिलाफ पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 के संबंध में डमी अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा देने की शिकायत पर अपराध पंजीबद्ध करवाया जा चुका है, जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ संदीप