राजस्थान बंद : भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन, उदयपुर कलेक्ट्रेट पर पथराव, कहीं टायर जलाए-कहीं ट्रेन रोकी

 


जयपुर, 6 दिसंबर (हि.स.)। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में बुधवार को राजस्थान बंद रहा। प्रदेश के विभिन्न शहरों में बंद के दौरान हल्का-फुल्का विरोध प्रदर्शन हुआ। राजधानी जयपुर में भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर राह चलते लोगों पर पथराव की घटना हुई। उदयपुर कलेक्ट्रेट पर भी आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने हल्का पथराव किया। प्रदेश के विभिन्न शहरों में कहीं टायर जलाए गए तो कहीं ट्रेन रोककर गुस्से का प्रदर्शन किया गया। बंद के मद्देनजर सुबह से ही जयपुर, कोटा, जोधपुर, जैसलमेर, चूरू, बीकानेर, चित्तौड़गढ़ और उदयपुर समेत अन्य शहरों में स्वप्रेरित बाजार बंद रहे। कई शहरों के स्कूलों में भी छुट्टी घोषित कर दी गई।

उल्लेखनीय है कि जयपुर के श्याम नगर में दो बदमाशों ने सुखदेव सिंह की घर में घुसकर गोली मार हत्या कर दी थी। इसके बाद उन्हें मानसरोवर स्थित मेट्रो मास हॉस्पिटल लाया गया, जहां मंगलवार से उनके समर्थक आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठे है। इस प्रदर्शन के चलते जयपुर में अजमेर-हाईवे पर करीब दो घंटे तक लंबा जाम रहा, जिसे करीब ढाई बजे खुलवा दिया गया। इससे पहले दोपहर दो बजे भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर भी हंगामा किया गया और बैरिकेड्स हटा दिए गए। जोधपुर में भी दोपहर 12 बजे के करीब भीड़ रेलवे स्टेशन में जा पहुंची और ट्रैक पर पहुंच कर नारेबाजी की। प्रदेश के हालात देखकर राज्यपाल कलराज मिश्र ने सुबह मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी और जयपुर पुलिस कमिश्नर को राजभवन बुलाकर प्रदेश की कानून एवं शांति व्यवस्था की विशेष समीक्षा की।

पाली के सोजत कस्बे के मुख्य बाजार में दुकान बंद करवाने के दौरान कुछ युवकों ने तोड़-फोड़ शुरू कर दी। उदयपुर के मुख्य बाजार में सभी समाज के लोग सड़कों पर उतरे और जुलूस के तौर पर कलेक्ट्रेट पहुंचे। जोधपुर के रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में समर्थक स्टेशन में घुस गए और यहां ट्रैक पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे।

चित्तौड़गढ के कलेक्ट्री चौराहे पर प्रदर्शन किया गया। यहां टायर जलाए गए और इसके बाद शहर की दुकानों को बंद करवाया गया। जयपुर के गुर्जर की थड़ी इलाके में शाम करीब साढ़े चार बजे अंडर पास से निकलने वाले वाहन चालकों पर अचानक पत्थरबाजी शुरू हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा।

धौलपुर में आगरा - मुंबई एनएच 44 हाईवे जाम किया गया। इस दौरान यहां से गुजरने वाले ट्रक और अन्य वाहनों पर लाठियां बरसाई गईं। उदयपुर में कलेक्ट्रेट पर पहुंचे लोगों ने अंदर खड़े पुलिस जाब्ते पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित किया।

जयपुर शहर के एक रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ की गई। यहां इसके कांच के गेट को तोड़ दिया गया। अजमेर में सुबह दुकानें खुली मिली तो समर्थकों ने स्टेशन और बस स्टैंड रोड पर खुली दुकानों को बंद करवाया।

उदयपुर हाईवे पर प्रदर्शन के दौरान टायर जलाकर विरोध जताया गया। चूरू के गुदडी बाजार में किराना से लेकर कपड़े और बर्तनों की दुकानों को बंद रखा गया। चित्तौड़गढ़ के मुख्य बाजार में 12 बजे तक बाजार बंद रखा गया था। लेकिन, दोपहर में जब कुछ दुकानें खुली मिली तो तोड़फोड़ शुरू कर दी और सामान सड़क पर फेंक दिया गया।

जयपुर में सिरसी रोड को जाम किया गया था। पुलिस के पहुंचने के बाद बीच सड़क पर पड़े पेड़ को हटाया गया। भीलवाड़ा स्टेशन पर सुबह मदार-उदयपुर पैसेंजर ट्रेन को फाटक के पास ही रोक दिया गया था। पुलिस की समझाईश पर 20 मिनट बाद प्रदर्शनकारी ट्रेक से हटे।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर