जयपुर में राजस्थान डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट 13 से 15 सितंबर को
जयपुर, 30 मई (हि.स.)। राजस्थान डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट (आरडीटीएम) का आयोजन 13 से 15 सितंबर को जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में किया जाएगा। राजस्थान पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) के संयुक्त तत्वावधान में होने वाले चौथे आरडीटीएम की थीम 'वेडिंग, इंसेंटिव, कॉन्फ्रेंस और इवेंट' रखी गयी है।
आरडीटीएम टूरिज्म सेक्टर के सभी स्टेक होल्डर्स को एक छत के नीचे हेरिटेज, एडवेंचर एक्टिविटी, वाइल्ड लाइफ, तीर्थ क्षेत्र, वेडिंग, इको एंड विलेज टूरिज्म आदि से जुड़े उत्पादों को शोकेस करने और बी2बी मीटिंग्स का अवसर देगा। इस दौरान 'वेडिंग इन इंडिया-अपॉर्च्युनिटी फॉर राजस्थान' विषय पर चर्चा की गयी। इससे पहले एचएच गजसिंह, पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़, विभाग की निदेशक डॉ. रश्मि शर्मा, एफएचटीआर और होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन (एचआरएआर) के अध्यक्ष कुलदीप सिंह चंदेला, एफएचटीआर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और फिक्की राजस्थान के को-चेयरमैन सुरेंद्र सिंह शाहपुरा, जोधाना होटल्स एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन (जारा) के अध्यक्ष, जे.एम. बूब, ताज प्रेसिडेंट महाराज चंद्रशेखर सिंह, राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो) के प्रेसिडेंट श्री महेन्द्र सिंह, एफएचटीआर के जनरल सेक्रेटरी सीए वीरेन्द्र सिंह शेखावत ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
एचएच महाराजा गज सिंह जोधपुर ने बतौर की नोट स्पीकर बात करते हुए कहा कि राजस्थान ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध राज्य है। अब डेस्टिनेशन वेडिंग ट्रेंड में है। जब देश-विदेश से लोग आकर राजस्थान में डेस्टिनेशन वेडिंग करेंगे तो इससे दुनिया को राजस्थान की गौरवान्वित करने वाली संस्कृति से जुड़ने का मौका मिलेगा साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इस अवसर पर एचएच गज सिंह को एफएचटीआर के चीफ पेट्रन के सम्मान से नवाजा गया। पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि पर्यटन बिना धुएं वाला उद्योग है। अब हम एक्सपीरियंशियल टूरिज्म की ओर बढ़ रहे हैं। पर्यटक हमारे यहां आते है वे अच्छा अनुभव करें, ये अनुभव जब दुनिया तक पहुंचेंगे तो पर्यटन को पंख लगेंगे। इसके लिए उन्होंने रूरल टूरिज्म को प्रेरित करने की बात कही। उन्होंने सभी स्टेक होल्डर्स से राजस्थान टूरिज्म में रजिस्टर्ड होने की अपील की। पर्यटन विभाग की निदेशक डॉ. रश्मि शर्मा ने कहा कि सेक्टर हॉल्डर्स की इस तरह की मीट से विभाग को पॉलिसी बनाने में मदद मिलती है। आरडीटीएम के चौथे संस्करण से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। एफएचटीआर और होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन (एचआरएआर) के अध्यक्ष कुलदीप सिंह चंदेला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही मेड इन इंडिया की अवधारणा पर जोर दिया। दुनिया में राजस्थान वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए अलग पहचान रखता है। अब वेड इन राजस्थान को एक मुहिम बनाना है। जब यहां शादियां होंगी तो हर तरह के लोकल वेंडर को रोजगार मिलेगा। इस तरह टूरिज्म स्टेक होल्डर्स की एपेक्स बॉडी के रूप में स्थापित एफएचटीआर का यह प्रयास है कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन उद्योग क्षेत्र सबसे ज्यादा योगदान दे।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर