राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड:19 लाख विद्यार्थियों के परिणाम पर भी आचार संहिता का साया
अजमेर, 4 मई(हि.स)। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा के परिणाम में इस बार देरी हो संभव है। इससे प्रदेश के 19 लाख से अधिक विद्यार्थियों का बोर्ड परीक्षा के परिणाम का इंतजार बढ़ सकता है। भर्तियों परीक्षाओं के परिणाम की तरह इन कक्षाओं के परिणाम जारी करने पर भी आचार संहिता का साया है।
बोर्ड जल्दी ही इन कक्षाओं का परिणाम जारी करने की अनुमति के लिए सरकार को पत्र भेजेगा ताकि चुनाव आयोग से परमिशन दिलाई जा सके। राजस्थान बोर्ड की 12वीं का परिणाम सामान्यता मई मध्य में और 10वीं का परिणाम जून के पहले सप्ताह में घोषित हो जाता है। प्रदेश में वर्तमान में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगी हुई है। ऐसे में बोर्ड के सामने इस अवधि में परिणाम जारी करने को लेकर संकट खड़ा हो गया है।
बोर्ड ने इस साल 19 फरवरी से 4 अप्रैल तक 12वीं कक्षा की और 7 मार्च से 30 मार्च तक 10वीं कक्षा की परीक्षाओं का आयोजन किया था। इस साल 12वीं में 8,66,270 विद्यार्थी, 10वीं में 10,62,341 विद्यार्थी, वरिष्ठ उपाध्याय में 3671 और प्रवेशिका में 7063 विद्यार्थी शामिल हुए थे।
मई में परिणाम जारी होने पर भी विद्यार्थियों को अंक तालिकाएं मिलने में कई बार एक महीने से अधिक का समय लग जाता है। अब परिणाम में अगर देरी होगी तो अंकतालिकाएं मिलने में और अधिक देरी होगी। जून में कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो जाती है। अंकतालिकाओं में अभाव में प्रवेश में दिक्कत हो सकती है।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सचिव कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि प्रदेश में आचार संहिता लगी है। इसलिए बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम जारी करने की अनुमति के लिए सरकार को पत्र लिखेंगे ताकि हमें चुनाव आयोग से परिणाम जारी करने की परमिशन मिल सके।
हिन्दुस्थान समाचार/संदीप