बारां में पारदी गैंग द्वारा लूटपाट की घटनाओं पर अंकुश के लिए एक आरएसी बटालियन तैनात - चिकित्सा मंत्री
जयपुर, 4 जुलाई (हि.स.)। चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में कहा कि मध्यप्रदेश के गुना क्षेत्र के पारदी गैंग द्वारा बारां जिले में लूटपाट की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एक आरएसी बटालियन को तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त 6 नाके और 8 पुलिस चौकी भी स्थापित हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की सीमा से जुड़े क्षेत्रों में लूटपाट की घटनाएं ज्यादा होने के कारण वहां सिपाहियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का गृह मंत्री की ओर से जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के गुना क्षेत्र का पारदी गैंग प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में लूटपाट एवं डकैती की वारदातें करने के बाद वापस मध्यप्रदेश चला जाता है। इस तरह की घटनाओं को रोकने तथा अपराधियों की धर-पकड़ के लिए राज्य पुलिस द्वारा मध्यप्रदेश पुलिस के साथ नियमित रूप से थानाधिकारी से महानिरीक्षक पुलिस रेंज स्तर तक इन्टरस्टेट मीटिंग का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि राज्य में कुल 16 आरएसी बटालियन है तथा प्रत्येक बटालियन में 75 सिपाही हैं। बारां में पारदी गैंग द्वारा की जा रही लूटपाट की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार द्वारा पूरी एक बटालियन को जिले में तैनात किया गया है, साथ ही 146 पुलिस कर्मी लगाए गए हैं।
इससे पहले विधायक ललित मीना के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र किशनगंज की सीमा से जुड़े मध्यप्रदेश के गुना क्षेत्र की पारदी गैंग के राज्य में किये जाने वाले अपराधों (लूट-डकैती) की रोकथाम के लिए राज्य पुलिस द्वारा मध्यप्रदेश पुलिस के साथ समय-समय पर थानाधिकारी से महानिरीक्षक पुलिस रेंज स्तर तक इन्टरस्टेट मीटिंग का आयोजन किया जाता है, जिसमें वांछित अपराधियों की सूचियों का आदान-प्रदान किया जाकर अधिक से अधिक वांछित अपराधियों की गिरफतारी हेतु आवश्यक दिशा-निर्देंश प्रदान किये जाते हैं। विधानसभा क्षेत्र किशनगंज की सीमा पर 6 नाके लगाये गये हैं, जिन पर समय-समय पर हथियार बन्द पुलिस जाप्ता लगाकर नाकाबंदी की जाती है। पारदी गैंग के वांछित अपराधियों पर जिला बारां व मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा समय-समय पर उचित ईनाम राशि की घोषणा की जाती है तथा मुखबीर तंत्र को सक्रिय किया गया है।
सिंह ने कहा कि प्रदेश मे पारदी गैंग पर विगत 3 वर्षों से अब तक लूट-डकैती के कुल 5 प्रकरण दर्ज हुए हैं, जिनमें से 4 प्रकरणों का निस्तारण हो चुका है तथा एक प्रकरण पैंडिंग हैं। उन्होंने कहा कि विधान सभा किशनगंज के सीमावर्ती थानों में थाना स्तर पर जाप्ता लगाकर रात्रि गश्त करवाई जाती है। पुलिस मुख्यालय द्वारा जिला बारां को कानून व्यवस्था हेतु रिजर्व बल के रुप में विशेष आपरेशन सायंकालीन पैदल गस्त नाकाबन्दी हेतु एक कम्पनी आरएसी की उपलब्ध करवायी गयी है। विधान सभा किशनगंज के सीमावर्ती थानों मे समय-समय पर आरएसी जाप्ता उपलब्धता के आधार पर गस्त हेतु उपलब्ध करवाया जावेगा ।
हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप