ट्रेलर से हुई टक्कर के बाद कार पर पलटा केमिकल से भरा टैंकर, चार की मौत
राजसमंद, 11 जुलाई (हि.स.)। चारभुजा थाना सर्किल में राजसमंद-गोमती
फोरलेन (उदयपुर-ब्यावर हाईवे) पर मानसिंह का गुढा में हुए भीषण सड़क
हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। पहले ट्रेलर और टैंकर की
भिड़ंत हुई। इसके बाद केमिकल से भरा टैंकर क्रेटा कार पर पलट गया। कार सवार
सभी लोग टैंकर के नीचे दब गए। मरने वाले सभी
केलवाड़ा (राजसमंद) के रहने वाले थे। लंबे समय से यह परिवार उदयपुर के
हिरणमगरी के सेक्टर चार में रह रहे थे।
एसपी
मनीष त्रिपाठी ने बताया कि हादसा गुरुवार सुबह करीब सवा आठ बजे ढलान
नुमा रोड पर हुआ। टैंकर में केमिकल (बेंजीन) भरा था। यह केमिकल बहुत ही
अधिक ज्वलनशील होता है। एसपी ने बताया कि गाेमती से राजसमंद की ओर केमिकल से
भरा टैंकर व ट्रेलर एक ही दिशा में आ रहे थे। इस दौरान मानसिंह का गुढा
गांव में केमिकल से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर सड़क की दूसरी साइड में
सामने से आ रही कार पर जा गिरा। जिससे कार बुरी तरक से पिचक गई।
एसपी
के अनुसार, क्रेटा कार में सवार एक ही परिवार के चार लोग सुबह उदयपुर से
ब्यावर के लिए जा रहे थे। तभी हादसा हो गया। कार में दीनबंधु (32) पुत्र
जगदीश उपाध्याय, पुरुषोत्तम उर्फ पवन उपाध्याय (40), पुत्र जगदीश उपाध्याय,
रेणुका उपाध्याय (34) पत्नी पुरुषोत्तम उपाध्याय, मनसुख देवी (68) पत्नी
जगदीश उपाध्याय सवार थे। दीनबंधु और पुरुषोत्तम सगे भाई थे। रेणुका
पुरुषोत्तम की पत्नी थीं। मनसुख देवी दीनबंधु और पुरुषोत्तम की मां थीं।
एसपी
मनीष त्रिपाठी ने बताया कि चार बड़ी क्रेन, चार-पांच एंबुलेंस को तत्काल प्रभाव
से मौके पर बुलाया गया। स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू में काफी मदद की।
रेस्क्यू के दौरान काफी मशक्कत के बाद शवों को कार से बाहर निकाला गया।
इसके बाद राजसमंद हॉस्पिटल पहुंचाया गया। क्रेन से टैंकर को सीधा करवाया
गया। क्षतिग्रस्त वाहनों के कारण हाईवे पर जाम लग गया था। उन गाड़ियों को
हटवाकर यातायात सुचारू करवाया गया है। हादसे
की सूचना के बाद राजसमंद कलेक्टर डॉ. भंवरलाल सहित केलवा और चारभुजा पुलिस
थाने से फोर्स मौके पर पहुंची। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के बाद
टैंकर से काफी देर तक केमिकल निकलता (बहता) रहा।
दीनबंधु,
उनके भाई व परिवार के अन्य सदस्य गुरुवार सुबह ब्यावर में रिश्तेदार से
मिलने कार से जा रहे थे। दीनबंधु के पिता जगदीश चंद्र उपाध्याय ग्राम सचिव
रहे थे। उनकी 4 साल पहले मौत हो चुकी है। पुरुषोत्तम उपाध्याय बैंक से
संबंधित फाइनेंस का काम करते थे। इनका 1 बेटा है अनंत जो 12वीं कक्षा में
पढ़ता है। पुरुषोत्तम के भाई दीनबंधु पेशे से इंजीनियर थे। इनकी दाे बेटियां
है। अब परिवार में दीनबंधु की पत्नी वर्षा उपाध्याय और इनकी दाे बेटियां
तन्वी (9), डेढ़ साल की छोटी बेटी बेनू और पुरुषोत्तम उपाध्याय के बेटे
समेत चार लोग बचे है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / ईश्वर