अजमेर में राधा स्वामी सतसंग एक जनवरी को, एक लाख श्रद्धालु जुटेंगे
अजमेर, 31 दिसंबर (हि.स.)। राधा स्वामी सत्संग (ब्यास) के प्रमुख धर्म गुरु गुरिंदर सिंह ढिल्लों तीन घंटे के प्रवास पर एक जनवरी को अजमेर आ रहे हैं। धर्मगुरु के दर्शन करने के लिए एक लाख श्रद्धालु अजमेर पहुंच रहे हैं। अजमेर के तबीजी क्षेत्र में राधा स्वामी का बड़ा स्थान है। यहां दो सौ बीघा भूमि पर बने सतसंग समारोह में ही गुरिंदर सिंह ढिल्लों श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। तय कार्यक्रम के अनुसार ढिल्लों दोपहर दो बजे सभा स्थल पर पहुंचेंगे और करीब डेढ़ घंटे तक श्रद्धालुओं के बीच रहेंगे। सत्संग भवन में श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था इस प्रकार से की गई है ताकि सभी श्रद्धालुओं अपने धर्मगुरु के दर्शन कर सके। आमतौर पर सत्संग और दर्शन के कार्यक्रम में चार लाख श्रद्धालु एकत्रित होते हैं, इसलिए ढिल्लों खुली जीप में बैठकर श्रद्धालुओं के बीच से गुजरते हैं, लेकिन अजमेर में छोटा कार्यक्रम है, इसलिए ढिल्लो पैदल चलकर मंच तक पहुंचेंगे। पैदल चलने के कारण श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकेंगे। डेढ़ घंटे के ठहराव में धर्मगुरु के संक्षिप्त प्रवचन भी हो सकते हैं।
राधा स्वामी सत्संग के कार्यक्रमों में भी संस्था से जुड़े सेवादार ही काम करते हैं। एक जनवरी को अजमेर में संस्था के प्रमुख के आगमन पर एक लाख लोगों को भोजन की भी व्यवस्था की गई है। इसके लिए 29 दिसंबर को ही कोटा से गेहूं के कट्टों से भरा एक ट्रोला अजमेर पहुंचा। गेहूं को आसपास की चक्कियों से सेवादारों ने पिसाया। यह काम बड़े पैमाने पर किया गया। दस हजार सेवादार 31 दिसंबर तक अजमेर पहुंच गए और उन्होंने सत्संग स्थल पर मोर्चा भी संभाल लिया है। तबीजी के सत्संग हाल में 20 हजार श्रद्धालुओं के बैठने का स्थायी टीन शेड लगा हुआ है। एक जनवरी को दोपहर में कार्यक्रम होने की वजह से शेष श्रद्धालुओं को खुले में ही बैठाया जाएगा। श्रद्धालुओं को गर्म गर्म भोजन कराने के लिए बड़ी संख्या में मिला सेवादार भी तबीजी पहुांच गई है।
व्यवस्थाओं से जुड़े अजमेर के कारोबारी सर्वेश्वर सहगल ने बताया कि धर्मगुरु ढिल्लों की यात्रा का वार्षिक कैलेंडर होता है। इस वर्ष अजमेर का प्रोग्राम नहीं था। लेकिन गत 23 व 24 दिसंबर को जयपुर में जो सत्संग हुआ उसमें अजमेर के श्रद्धालुओं ने धर्म गुरु से अजमेर आने का आग्रह किया। इस आग्रह को अब स्वीकार किया गया है। अजमेर के प्रोग्राम के इंतजाम कम समय में हो रहे हैं। सत्संग में आने वाले श्रद्धालुओं स्वयं को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें गुरुदेव के दर्शन हो रहे हैं। सहगल ने बताया कि धर्मगुरु एक जनवरी दोपहर को चार्टर प्लेन से किशनगढ़ स्थित एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे, फिर सड़क मार्ग से तबीजी जाएंगे। उनका दोपहर पौने चार बजे एयरपोर्ट से ही वापस जाने का प्रोग्राम है।
हिन्दुस्थान समाचार/सन्तोष/ईश्वर