विश्वविद्यालय को अग्रिम पंक्ति में लाना रहेगी प्राथमिकता : नवनियुक्त कुलगुरु प्रोफेसर डॉ राजेंद्र बाबू दुबे

 


बीकानेर, 20 दिसंबर (हि.स.)। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलगुरु प्रोफेसर डॉ राजेंद्र बाबू दुबे ने शनिवार को विश्वविद्यालय के 27 वें कुलगुरु के रूप में पदभार ग्रहण किया। कार्यवाहक कुलगुरु डॉ अखिल रंजन गर्ग ने उन्हें विश्वविद्यालय कुलगुरु का पदभार सौंपा।

इस अवसर पर अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा नवनियुक्त कुलगुरु का अभिनंदन किया गया। विश्वविद्यालय के कार्मिकों के साथ चर्चा करते हुए नवनियुक्त कुलगुरु डॉ दुबे ने कहा कि प्रदेश के प्रथम कृषि विश्वविद्यालय को अग्रिम विश्वविद्यालयों की पंक्ति में लाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। वे इस विश्वविद्यालय से गत 38 वर्षों से जुड़े हैं और एक टीम के रूप में कार्य करते हुए विश्वविद्यालय को नई ऊंचाई तक ले जाया जाएगा। बेहतरीन संसाधन जुटाते हुए उपलब्ध संसाधनों का कुशलतम उपयोग और प्रबंधन कर कृषि तथा किसानों को लाभान्वित किया जाएगा। विश्वविद्यालय की समस्याओं का निस्तारण करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। राजस्व सृजन की दिशा में भी रणनीतिक रूप से काम किया जाएगा। बीकानेर तकनीक विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ अखिल रंजन गर्ग ने कहा कि यह विश्वविद्यालय के भविष्य के लिए यह एक अहम दिन है। एसकेआरएयू कृषि अनुसंधान और किसानों के हित में सतत् कार्यरत हैं। नवनियुक्त कुलगुरु डॉ राजेन्द्र बाबू दुबे के नेतृत्व में विश्वविद्यालय को नई ऊंचाई मिलेगी। उन्होंने कृषि क्षेत्र में एआई तथा डेटा साइंस का उपयोग बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इस दिशा में बेहतर परिणाम के लिए बीटीयू और एसकेआरएयू साथ मिलकर काम करेंगे। गर्ग ने सहयोग के लिए स्टाफ का आभार व्यक्त किया।

कुलसचिव डॉ देवाराम सैनी ने कहा कि विश्वविद्यालय को डॉ दुबे के अनुभव का लाभ मिलेगा। सरकार और शासन की कड़ी के रूप में काम करते हुए डॉ दुबे विश्वविद्यालय को नई उपलब्धियां दिलवाएंगे। अनुसंधान निदेशक डॉ विजय प्रकाश प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ दीपाली धवन ने विश्वविद्यालय और केवीके की गतिविधियों से परिचित करवाया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डीन डायरेक्टर्स सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव