दशहरा पर रावण, मेघनाथ व कुंभकरण के पुतले दहन की तैयारी जोरों पर

 




-अजमेर के पटेल मैदान में होगा इस बार जिला स्तरीय दशहरा उत्सव

अजमेर, 7 अक्टूबर(हि.स)। दशहरा उत्सव पूर्व की भांति इस बार अजमेर के पटेल मैदान में आयोजित होगा। पूर्व में यह उत्सव पुलिस लाइन मैदान में शिफ्ट कर दिया गया था। इससे लोगों में उत्साह की कमी आने लगी थी। इस बार फिर से दशहरा उत्सव अपने मूल स्थान पर शुरू होने से लोगों में खासा उत्साह है।

दशहरा उत्सव पर रावण , मेघनाथ व कुंभकरण के पुतले दहन की तैयारी जाेरों पर चल रही है। उत्तर प्रदेश आगरा, फतेहपुर सीकरी के कलाकार दिन रात एक एक पुतले बनाने में जुटे हुए हैं। विगत 30 सालों ने अजमेर में नगर निगम की ओर से कराए जाने रहे दशहरा उत्सव के लिए रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनाने का काम शब्बीर अहमद फारूकी को ठेके पर सौंपा जाता रहा है। शब्बीर अहमद फारूकी अजमेर नगर परिषद के सभापति वीर कुमार की ओर से पहली बार रावण का पुतला बनाने के लिए बुलाए गए थे। तब से लगातार वे ही अजमेर में दशहरा उत्सव के लिए पुतले बनाने अपनी पूरी टीम के साथ एक महिना पहले से आकर डेरा जमा लेते हैं। वर्तमान में भी करीब 15 कारीगर दिन रात रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले बनाने में जुटे हुए हैं।

शब्बीर अहमद फारूकी ने बताया कि इस बार रावण 65 फीट का व कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले 45 फीट के बनाए जा रहे है। इसके अलावा लंका का भी निर्माण किया जा रहा है इन पुतलों को बनाने के लिए बांस की खप्पची, रद्दी कागज की लुगदी, रस्सी, कपड़ा, रंग नारियल , सूतली व पटाखों का खास तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि रावण के पुतले के निर्माण में आकर्षण के लिए आंखों का झपकाना, तलबार लहराना, मुंह से अंगार निकालना खास होगा। इसके अलावा पेट की नाभि से चक्र घूमना भी आकर्षण का विषय होगा।

रामजी की सवारी शहर भ्रमण कर आती है

परम्परा रही है कि रावण दहन के लिए अजमेर घसेटी बाजार स्थित रघुनाथ जी के मंदिर से रामजी की सवारी आती है। धूमधाम और गाजे बाजे के साथ विशाल जुलूस निकाला जाता है। नगर भ्रमण के दौरान आगे माता काली और अखाड़े के लोग सशस्त्र तलवारबाजी कौशल का प्रदर्शन करते हुए निकलते है। रावण दहन के बाद भी शहर में शोभा यात्रा निकलती है।---------------

हिन्दुस्थान समाचार / संतोष