भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में पत्रकारों का सकारात्मक सहयोग महत्वपूर्ण - सांसद चौधरी

 




अजमेर, 23 फरवरी(हि.स)। भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में पत्रकारों का सक्रिय और सकारात्मक सहयोग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। मीडिया न सिर्फ सरकार और जनता के बीच समन्वय का कार्य करती है, बल्कि जनता की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाकर उसे जनहित की योजनाएं बनाने और उनमें निरंतर सुधार करने के लिए भी प्रेरित करता है।

अजमेर के सांसद भागीरथ चौधरी ने जयपुर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित क्षेत्रीय मीडिया सम्मेलन वार्तालाप को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए यह कहा। इस अवसर पर मंच पर अजमेर की जिला कलक्टर डाॅ. भारती दीक्षित, सीआरपीएफ ग्रुप समूह 2 के डीआईजी अनिल कुमार सिंह, पत्र सूचना कार्यालय जयपुर के संयुक्त निदेशक पवन सिंह फौजदार, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रियंका तलानिया आदि उपस्थित थे।

चौधरी ने कहा कि पत्रकार जनता के हितों के सच्चे प्रहरी होते हैं। उनकी समस्याओं को उजागर करने का कार्य पत्रकार करते हैं। उन्होंने कहा कि एक सक्षम नेतृत्व की बदौलत आज विश्व में भारत का सम्मान बढ़ा है। समाज का कोई वर्ग ऐसा नहीं है, जिसके हित की अनेक योजनाएं उपलब्ध न हो। हमारा यह कर्तव्य है कि हमें जो भी जिम्मेदारी मिली है। उसे ईमानदारी से और राष्ट्र निर्माण का उद्देश्य सामने रखकर निभाएं।

इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए जिला कलक्टर डाॅ. भारती दीक्षित ने कहा कि जिम्मेदार रिपोर्टिंग आज देश के लिए बहुत जरूरी है। मीडिया न सिर्फ सरकार और प्रशासन की योजनाओं और जन कल्याणकारी कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाते हैं, बल्कि प्रशासन तक भी अपनी खबरों के माध्यम से अनेक महत्वपूर्ण जानकारी और सूचना पहुंचाते हैं। ऐसे में उन जानकारियों का विश्वसनीय होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था कि अखबार में यदि कुछ छप जाता था तो उसकी सत्यता पर कोई अविश्वास नहीं करता था। आज उस विश्वसनीयता को पुनः अर्जित करने की जरूरत है।

कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए डीआईजी अनिल कुमार सिंह ने कहा कि पत्रकार राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी खबरों से लोगों के दृष्टिकोण का निर्माण होता है। ऐसे में जरूरी है कि मीडिया निष्पक्ष और सही परिप्रेक्ष्य के साथ जनता तक जानकारी और समाचार पहुँचाए। सीआरपीएफ के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ आज दुनिया की सबसे बड़ी पैरामिलेट्री फोर्स है। यह न सिर्फ आंतरिक सुरक्षा में अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाती है बल्कि अनेक दुर्गम और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी योजनाएं लोगों तक पहुँचाने का काम भी करती है।

प्रारंभ में संयुक्त निदेशक पवन सिंह फौजदार ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राजधानी और बड़े शहरों में रहने वाले पत्रकारों की प्रशासन तक सीधे पहुंच आसान होती है। मगर कस्बों और ग्रामीण क्षेत्र के पत्राकारों को उच्चाधिकारियों से संवाद स्थापित करने का अवसर कम मिलता है। इस कमी को दूर करने के उद्देश्य से वार्तालाप का आयोजन किया जाता है।

इस अवसर पर अनेक पत्रकारों ने कई सुझाव और अपनी अनेक समस्याओं की चर्चा की। सांसद चौधरी ने उनकी समस्याओं को उच्च स्तर पर पहुंचाकर उनके समाधान के प्रति आश्वस्त किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर डाॅ. दीक्षित ने कहा कि जल्द ही जिला स्तर पर पत्रकारों और प्रशासन के बीच उचित समन्वय के लिए आपसी संवाद का सिलसिला शुरू किया जाएगा। इससे अजमेर का बेहतर विकास सुनिश्चित किया जा सके।

वार्तालाप के पहले सत्र में जनसंपर्क अधिकारी संतोष प्रजापति ने कहा कि मीडिया जनता और सरकार के बीच सेतु का कार्य करता है। प्रशासन की सटीक और तथ्यात्मक जानकारी लोगों तक पहुंचाने में मीडिया हमारा महत्वपूर्ण सहयोगी है। इस अवसर पर बीमा लोकपाल के सचिव राजेश जलोडिया, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ओमशंकर वर्मा, नवीन सागर सोनी अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. संपत सिंह जोधा, जिला उद्योग केंद्र के संयुक्त आयुक्त डी.के. शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर पत्रा सूचना कार्यालय की ओर से विभिन्न शासकीय योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। कार्यक्रम का संचालन भारत भार्गव ने किया। आभार प्रदर्शन सहायक निदेशक जयंती ओझा ने किया। इस अवसर पर अजमेर शहर और ग्रामीण क्षेत्र के सौ से अधिक पत्राकार इस वार्तालाप में शरीक हुए।

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