जेके लोन अस्पताल में प्लाज्मा चोरी प्रकरण में चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित

 


जयपुर, 6 मई (हि.स.)। राज्य सरकार ने जेके लोन अस्पताल, जयपुर में प्लाज्मा चोरी प्रकरण में त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रभावी जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।

कमेटी में अतिरिक्त निदेशक अस्पताल प्रशासन डॉ. सुशील कुमार परमार, उप वित्तीय सलाहकार सुरेश चंद जैन, अतिरिक्त निदेशक एड्स कंट्रोल सोसायटी डॉ. केसरी सिंह शेखावत एवं औषधि नियंत्रक-प्रथम डॉ. अजय फाटक को शामिल किया गया है। यह कमेटी वर्ष 2023-24 से लेकर आदिनांक तक जेके लोन अस्पताल के ब्लड बैंक के स्टॉक का सत्यापन एवं ऑडिट करेगी। साथ ही, सीसीटीवी फुटेज आदि के माध्यम से अनुसंधान कर तीन दिवस में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि प्रदेश के ब्लड बैंकों में अनियमितताओं की आशंका तथा कुछ शिकायतों को देखते हुए 29 अप्रैल 2024 को ही एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई थी। इसमें राज्य के ब्लड ट्रांसफ्यूजन तंत्र को सुदृढ़ करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे। बैठक में प्रदेश के सभी ब्लड बैंकों की ऑडिट के लिए एक सघन अभियान चलाने का निर्णय लिया गया था।

गुणवत्ता सुधार के लिए बनेगी नई गाइडलाइन

सिंह ने बताया कि बैठक में राज्य के समस्त ब्लड बैंकों के गुणवत्ता सुधार एवं निर्धारित मानकों के अनुरूप संचालन के लिए एक गाइडलाइन तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही, सभी ब्लड बैंकों को एक सॉफ्टवेयर से जोड़ने के भी निर्देश दिए थे ताकि इनका रियल टाइम ऑनलाइन असेसमेंट हो सके और आमजन को रक्त उपलब्धता की जानकारी पारदर्शिता के साथ ऑनलाइन ही मिल सके।

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि जेके लोन अस्पताल में सामने आए प्रकरण की गहन जांच-पड़ताल की जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने वाले कार्मिकों पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। भविष्य में ब्लड बैंकों में अनियमितताएं नहीं हों इसके लिए एक मजबूत ब्लड ट्रांसफ्यूजन सिस्टम तैयार किया जा रहा है। इससे पारदर्शिता बढ़ने के साथ ही मरीजों को सुगमतापूर्वक रक्त एवं रक्त अवयव उपलब्ध हो सकेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ ईश्वर/संदीप