जेएनवीयू के चारों पेंशनर्स को मिली जमानत

 


जोधपुर, 24 दिसम्बर (हि.स.)। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में पेंशन की मांग को लेकर किए गए प्रदर्शन में घायल हुए कुलगुरु की रिपोर्ट पर गिरफ्तार चारों पेंशनर्स को आज कोर्ट से जमानत मिल गई। कुलगुरु ने उन पर धक्का मुक्की, जानलेवा हमला, राजकार्य में बाधा आदि आरोप लगाते हुए भगत की कोठी थाना में मामला दर्ज करवाया था।

दरअसल जेनएनवीयू के पेंशनर्स मंगलवार को कुलगुरु कार्यालय के पास पेंशन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। कुलगुरु प्रो. पवन कुमार शर्मा जब विवि के केंद्रीय कार्यालय से जाने लगे तो पेंशनर्स उनकी गाड़ी के आगे आ गए। इस दौरान कुलगुरु गाड़ी से उतरकर विरोध जताने लगे। पेंशनर्स की संख्या 150 से अधिक थी। धक्का-मुक्की के दौरान कुलगुरु गिर पड़े। विवि प्रशासन ने तुरंत एम्बुलेंस बुलाकर उन्हें एमडीएम अस्पताल पहुंचाया। एक्स-रे जांच में कुलगुरु के बाएं पैर के घुटने में फ्रैक्चर पाया गया। साथ ही दोनों हाथों की कोहनियों (रेडियस हड्डी) में भी फ्रैक्चर हुआ है। कंधे, मुंह और हाथ पर भी चोटें आई हैं। पैर और दोनों हाथों पर प्लास्टर बांधकर उन्हें ट्रोमा सेंटर के आईसीयू में भर्ती किया गया है। चिकित्सकों ने उन्हें एक माह तक बेड रेस्ट की सलाह दी है। शाम को पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश भी ट्रोमा सेंटर पहुंचे और उनकी कुशलक्षेम पूछी। उनकी रिपोर्ट पर भगत की कोठी थाना पुलिस ने पेंशनर्स सोसायटी के अध्यक्ष प्रो. रामनिवास शर्मा, संयोजक अशोक व्यास, रामदत्त हर्ष और दुर्गासिंह को गिरफ्तार किया। उन्हें आज कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जमानत मिल गई। प्रोफेसर रामनिवास शर्मा सहित सभी चारों आरोपियों की ओर से अधिवक्ता नीलकलम बोहरा, रणजीत जोशी, नीलेश बोहरा, आरिफ मलकानी, सुधीर सारस्वत ने पैरवी की।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश