गोपाष्टमी पर गौ पूजन कर की सुख-समृद्धि की कामना

 


जयपुर, 20 नवंबर (हि.स.)। कार्तिक शुक्ल अष्टमी पर राजधानी जयपुर में सोमवार को गोपाष्टमी मनाई गई। शहर में गोशालाओं के साथ जगह-जगह गौ पूजन किया गया। महिलाएं गौ माता का पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की। गाय के साथ बछड़े का भी पूजन किया गया। वहीं गोविंददेवजी मंदिर में विशेष झांकी के दर्शन हुए। यहां गौ पूजन किया गया, जिसमें गाय के पैरों का पूजन हुआ।

मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में मंगला आरती के बाद ठाकुर जी का पंचामृत अभिषेक किया गया। वहीं ठाकुरजी को केसरिया रंग की नटवर वेश पोशाक धारण करवाई गई। ठाकुरजी का फूलों से श्रृंगार किया गया। ठाकुरजी को छप्पन भोग लगाए गए। मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी। शृंगार झांकी के बाद मंदिर परिसर में गाय के खुरों का पंचामृत अभिषेक किया गया। इसके बाद गाय की पूजा कर श्रृंगार आरती की गई। महिला भक्तों ने इस मौके पर गाय की पूजा-अर्चना की। इसके अलावा हिंगोनिया गौशाला के साथ पिंजरापोल गौशाला में भी विशेष आयोजन हुए। सुबह प्रभात फेरी निकाली गई, जिसमें भजन-कीर्तन के माध्यम से गायों को भजन सुनाए गए।

गाय- बछड़े का पूजन

कार्तिक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के साथ महिलाओं ने गाय- बछड़े का पूजन किया। गो माता को कुमकुम, हल्दी का तिलक लगाकर और लाल रंग का कपड़ा ओढ़ाकर सुख समृद्धि की कामना की।

गोशाला में प्रभात फेरी का आयोजन

पिंजरापोल गौशाला में पिंजरापोल गौशाला प्रबंधन की ओर से गोपाष्टमी गौ मेला आयोजित किया गया। इसमें गौ पूजन के साथ भक्ति संगीत संध्या का आयोजन किया गया। मेला संयोजक राजू मंगोडीवाला ने बताया कि सुबह प्रभातफेरी का आयोजन किया गया, लोगों ने संकीर्तन करते हुए गोशाला के बाड़ों में परिक्रमा लगाई। गो माता को भजनकृसंकीर्तन सुनाए। लोग गायों को चारा, गुड़, लड्डू आदि खिलाया गया। गौ मेले दूध और जूस, शिकंजी आदि का वितरण किया गया। गौशाला में भजन संध्या का आयोजन किया गया।

जगह-जगह आयोजन

हिंगोनिया गोशाला के भी विशेष आयोजन हुए। यहां भी बड़ी संख्या में लोग गौ माता की सेवा करने पहुंचे। लोग गौ पूजन कर रहे है, वहीं गायों को हरा चारा खिला रहे है। इसके साथ शहर में जगह-जगह लोग गायों को हरा चारा खिलाया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर