जयपुर एयरपोर्ट पर राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह की शुरुआत

 


जयपुर, 3 अक्टूबर (हि.स.)। जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ने राज्य वन विभाग के सहयोग से गुरुवार को राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह की शुरुआत की। इस अवसर पर जयपुर एयरपोर्ट पर सात दिवसीय एक महत्वपूर्ण जागरूकता अभियान - पक्षी बचाएं, उड्डयन बचाएं - शुरू किया जिसका उद्देश्य स्थानीय समुदायों को एयरपोर्ट के आसपास पक्षियों को खाना खिलाने से उत्त्पन खतरों के बारे में शिक्षित करना है। एयरपोर्ट के निकट पक्षियों के लिए चुग्गा स्थल का होना पक्षियों और विमानन सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा करता हैं।

वन्यजीव सप्ताह का उद्घाटन नाहरगढ़ जैविक उद्यान में किया गया, जहां विभिन्न स्कूलों के 1200 से अधिक बच्चों को बताया गया कि पक्षी उन क्षेत्रों की ओर कैसे आकर्षित होते हैं जहां उन्हें पर्याप्त भोजन संसाधन मिलते हैं और वे अपने जीवन और विमानन सुरक्षा को खतरे में डालते हैं।

हवाई अड्‌डा प्रवक्ता ने बताया कि जयपुर एयरपोर्ट पर, सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। एयरपोर्ट के पास बहुत से लोग पक्षियों को खाना खिलाते हैं जो पक्षियों के जीवन और विमानन क्षेत्र के लिए गंभीर खतरा है। हमारी वन्यजीव खतरा प्रबंधन टीम हवाई क्षेत्र के भीतर इन जोखिमों को कम करने के लिए लगन से काम करती है। राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह के तहत स्थानीय समुदायों को वास्तविक चुनौतियों से अवगत कराने के लिए यह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

सप्ताह के दौरान टर्मिनल भवन, सीआईएसएफ मुख्यालय और हवाई अड्डे के आसपास के निवासियों के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जयपुर हवाई अड्डे के पास एक समर्पित वन्यजीव खतरा प्रबंधन (डब्ल्यूएचएम) टीम है जो हवाई क्षेत्र के आसपास सुरक्षा उपायों को बढ़ाती है। टीम नागरिक एजेंसियों के साथ हवाई अड्डे के आसपास 10 किलाेमीटर के दायरे तक नियमित सर्वेक्षण भी करती है और एयरपोर्ट पर इससे उत्पन्न होने वाले खतरे को खत्म करने के लिए उपयुक्त सुरक्षा व्यवस्था करती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजेश